लहुराबीर स्थित काशी अनाथालय में खाना मांगने पर तीन साल की बच्ची को गर्म चिमटे से दागा गया। मामला सोमवार को सार्वजनिक हुआ तो जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी और पुलिस जांच करने पहुंची। प्रथम दृष्टया अनाथालय की वार्डन माधुरी सिंह को दोषी पाते हुए बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही काशी अनाथालय के अधिशासी अधिकारी की तहरीर पर माधुरी सिंह के खिलाफ चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सामाजिक संस्था आगमन के संतोष ओझा के अनुसार, उन्हें सूचना मिली थी कि चार सितंबर को खाना मांगने पर बच्ची की वार्डन और उनकी सहयोगी ने पिटाई की। सोमवार शाम संस्था के लोग काशी अनाथालय पहुंचे तो वार्डन सहित अन्य लोगों ने ऐसी किसी घटना से इंकार कर दिया। इस पर संस्था के लोगों ने डीएम और एसएसपी को फोन कर घटना की जानकारी दी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी पीके त्रिपाठी, इंस्पेक्टर चेतगंज प्रवीण कुमार और बाल कल्याण समिति के अधिकारी काशी अनाथालय जांच करने पहुंचे। जांच में बच्ची को गर्म चिमटे से दागने की पुष्टि हुई तो उसे उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल भेजा गया।
इस संबंध में जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वार्डेन को बर्खास्त कर उसके खिलाफ चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी के अनुसार, जांच में सामने आया कि वार्डन ने बच्ची को गर्म चिमटे से नहीं दागा है। एक बड़ी बच्ची और छोटी बच्ची में झगड़ा हुआ था। इसके बाद बड़ी बच्ची ने छोटी बच्ची को गर्म चिमटे से दाग दिया। वार्डन की गलती यह है कि उनकी मौजूदगी में सब कुछ हुआ और वह चुप्पी साधे रही।