आगरा में कानपुर-दिल्ली हाईवे पर गुरुवार तड़के हुए सड़क हादसे ने लोगों को दहला दिया। पलक झपकते ही स्कॉर्पियो में सवार नौ लोगों की जान चली गई। हादसा इतना भीषण था कि कार में फंसे शवों को एक घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका। घटनास्थल पर खौफनाक मंजर था, जिसे देखकर स्थानीय लोग सहम गए। हादसे की वजह कार चालक को नींद की झपकी आना और तेज रफ्तार बताई गई है। हादसे में बिहार और झारखंड के रहने वाले नौ लोगों की मौत हो गई। तीन लोग गंभीर घायल हैं।
थाना एत्मादपुर क्षेत्र में कानपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर मंडी समिति के सामने अनियंत्रित हुई स्कॉर्पियो गाड़ी दूसरी दिशा में जाकर कंटेनर से टकरा गई। हादसे के बाद गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। कंटेनर भी सर्विस रोड पर लटक गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से गाड़ी में फंसे लोगों को निकलवाया। इनमें से आठ लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। तीन घायलों का उपचार चल रहा है। मरने वाले सात लोग बिहार के और दो लोग झारखंड के रहने वाले थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि हादसे के बाद कंटनेर में सवार चालक सहित 10-12 लोग कूदकर भाग गए, जबकि स्कॉर्पियो में सवार लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। सूचना पर थाना एत्माद्दौला पुलिस पहुंची। बाद में एडीजी राजीव कृष्ण, एसएसपी बबलू कुमार और एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद पहुंच गए। पुलिस ने आठ मृतकों के शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।