देश में एक बार फिर ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बहस तेज हो गई है. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया था, तो अब सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर बयान दिया है. योगी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ट्रिपल तलाक महिलाओं के अधिकार पर हमला है लेकिन कुछ लोगों के मुंह क्यों बंद हैं. योगी ने इस मामले पर द्रौपदी के चीरहरण का उदाहरण दिया. इसके बाद कई मुस्लिम धर्मगुरुओं और महिलाओं के बयान आये हैं.
बहुतायत लोग इसके खिलाफ नहीं
मुस्लिम धर्मगुरू राशिद महली फिरंगी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के हक के लिए उनके शिक्षा और रोजगार पर ध्यान दिय़ा जाना चाहिए. तो वहीं जफरयाब जिलानी बोले कि इस्लाम में फैमिली लाइफ के बारे में जो तरीका बताया गया है वह सही तरीका है. कुछ महिलाएं इसका विरोध कर रही हैं लेकिन आप जाकर लोगों से पूछें अधिकांश लोग इसके खिलाफ नहीं हैं.
महिलाओं के अधिकार का है मामला
शाइस्ता अंबर इस मुद्दे पर कहा कि ये धर्म का मामला ही नहीं है. ये महिलाओं के अधिकार और उनके हक का मामला है. इसमें धर्मगुरुओं की बातों में नहीं आना चाहिए और महिलाओं को कानूनी सुरक्षा दी जानी चाहिए.
क्या बोले सीएम योगी?
आपको बता दें कि सोमवार को सीएम योगी लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जयंती पर किताब विमोचन के कार्यक्रम में बोल रहे थे. उस दौरान उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक महिलाओं के अधिकार पर हमला है लेकिन कुछ लोगों के मुंह क्यों बंद हैं. योगी ने इस मामले पर द्रौपदी के चीरहरण का उदाहरण दिया.
मुस्लिम बहनों को हो रही दिक्कत- पीएम मोदी जी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रिपल तलाक को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा है कि तीन तलाक से मुस्लिम बहनों को दिक्कत हो रही है और केंद्र सरकार इस पर जल्द हल चाहती है. पीएम मोदी ने ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आखिरी दिन रविवार को कहा कि बीजेपी का रुख तीन तलाक मुद्दे पर बिल्कुल साफ है.
कल बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने बोला था
कल ओडिशा में बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने भी कहा था कि तीन तलाक की वजह से मुस्लिम महिलाएं कष्ट में हैं. इस समस्या का समाधान होना चाहिए. पीएम नरेंद्र मोदी के बयान के बाद मुस्लिमों में तीन तलाक पर बहस फिर गर्म हो गई है.