दिल्ली के द्वारका नॉर्थ के ककरोला गांव में दो बहनों ने पढ़ाई छुड़वाने पर अपना घर छोड़ दिया। परिवार ने मामले की सूचना पुलिस को दी। लोकल पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच ने भी दोनों की तलाश शुरू कर दी। टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से आखिर पुलिस ने दोनों को ढूंढ निकाला।एक बहन को कश्मीरी गेट आईएसबीटी से बरामद कर लिया गया। दूसरी बेटी को पुलिस ने रोहतक से बरामद कर लिया। दरअसल परिवार ने 19 वर्षीय बेटी की 12वीं के बाद पढ़ाई छुड़वा दी थी। 16 वर्षीय बेटी को लगा कि उसकी भी पढ़ाई छुड़वा दी जाएगी तो उसने भी बहन के साथ घर छोड़ दिया।
अब परिवार ने दोनों बहनों को आगे भी पढ़ाने का भरोसा दिया है। वहीं दिल्ली पुलिस ने भी दोनों को अपने युवा कार्यक्रम के तहत मदद करने की पेशकश की है। अपराध शाखा की पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि चार अगस्त को ककरोला निवासी एक शख्स ने अपनी दो बेटियों के गायब होने की सूचना दी थी। पीड़ित ने दोनों के खुद ही घर से चले जाने की आशंका जताई थी। उसने किसी पर शक नहीं जताया था। लोकल पुलिस ने 16 और 19 साल की लड़की के गायब होने पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। क्राइम बांच ने भी मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों ही लड़कियों अपना मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं कर रही थीं।
इसलिए उनकी लोकेशन का पता करना मुश्किल था। पुलिस ने लड़कियों के घर की तलाशी ली तो उनको एक स्लिप पर लिखा एक नंबर मिला। नंबर बड़ी लड़की के साथ ट्यूश पढ़ चुके एक लड़के का था। उससे बात की गई तो लड़के ने बताया कि लड़की ने एक नए नंबर से उसे कॉल किया था। पुलिस ने फौरन उस नंबर की जांच की तो वह हरिद्वार में एक्टिव मिला। पुलिस ने उस नंबर की सीडीआर निकाली तो नंबर दिल्ली से हरियाणा के रूट पर एक्टिव मिला। जांच के बाद पुलिस की एक टीम ने छह अगस्त की रात को कश्मीरी गेट आईएसबीटी से 16 वर्षीय छोटी बेटी को बरामद कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि पिता से नाराज होने के बाद उसकी बड़ी बहन ने घर छोड़ा है। बहन के साथ वह भी निकल गई थी। वह बड़ी बहन के साथ पहले हरिद्वार गई थी। वहां दो लड़के मिले थे। वह नौकरी की तलाश कर रहे थे। बड़ी बहन नौकरी की तलाश में थी। बाद में सभी हरियाणा के झज्जर आ गए। इन सबका गुजारा मुश्किल हुआ तो छोटी बहन को आईएसबीटी पर छोड़कर उसे घर लौटने के लिए कहा। नाबालिग ने किसी भी तरह के गलत काम की बात से इनकार किया है। इसके बाद बड़ी बहन से संपर्क कर किसी तरह उसे रोहतक बस स्टैंड बुलाया गया। जहां पिता के मनाने पर लड़की को वापस दिल्ली लाया गया।