महाराष्ट्र पुलिस ने अपनी महिला कॉन्सटेबलों के काम के घंटों में कमी करने का फैसला किया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि महिला कॉन्सटेबल घर और काम के बीच संतुलन बना सकें। अभी तक महिला कॉन्स्टेबलों को 12 घंटे काम करना पड़ता था लेकिन अब यह अवधि घटाकर आठ घंटे कर दी गई है।
राज्य पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय ने इस पहल की शुरुआत की पुष्टि की। इससे पहले यह तरीका नागपुर सिटी, अमरावती सिटी और पुणे ग्रामीण में लागू किया जा चुका है। इन तीन इन क्षेत्रों में इस पहल को प्रायोगिक तौर पर पिछले महीने शुरू किया गया था। पांडेय ने कहा कि इस पहल के अच्छे परिणाम मिले हैं।
नागपुर में 28 अगस्त को इस पहल की शुरुआत करने वाले पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कि योजना की शुरुआत महिला कॉन्स्टेबलों की मदद करने के लिए की गई था जिससे उन्हें अपने घर की जिम्मेदारियों और अपने कार्यस्थल के दायित्वों के बीच संतुलन बनाने में मदद मिल सके।
उन्होंने कहा कि काम के घंटों में कटौती करने के बाद अब वह अपने परिवार के सदस्यों और बच्चों को पहले से अधिक समय दे सकेंगी। अमरावती सिटी की पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने कहा कि हमें इस पहल के कुछ सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। महिला कॉन्स्टेबल अब बिना तनाव के ड्यूटी कर रही हैं।