मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोविड संक्रमण कम हुआ है, खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में किसी स्तर पर लापरवाही चुनौती बन सकती है। इसलिए संक्रमितों की ट्रेसिंग, टेस्टिंग व ट्रीटमेंट में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश बुधवार को टीम-9 की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि पहले की तरह ज्यादा से ज्यादा लोगों की कोविड जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाजारों व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्र न होने पाए। इसके लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। आवागमन को सुचारु बनाए रखने के साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रयोग किया जाए।
उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के प्रति पूरी तौर पर सजगता रखनी होगी। घर-घर मेडिकल किट वितरण का विशेष अभियान शुरू किया गया है। वहीं, प्रदेश में टीकाकरण लगातार बढ़ाया जा रहा है। जून में एक करोड़ टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे महज 14 दिन में पूरा कर लिया गया है। इस तरह प्रदेश में अब तक 2.38 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है। बीते 24 घंटे में 4,08,731 लोगों ने वैक्सीन लगाई गई। अगस्त महीने के अंत तक 10 करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण में यूपी ने महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, राजस्थान और केरल को पीछे छोड़ दिया है। अगले चरण में गांवों में टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा। उन्होंने इस अभियान की तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यूपी में पिछले 24 घंटों में 14 नए ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए गए। जबकि 436 स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट में से 100 पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं।