आतंकवादियो को नायको की तरह पेश कर रही थी कश्मीर प्रिंट मीडिया, सरकार ने किया जब्त

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कश्मीर घाटी में पुलिस ने शुक्रवार रात प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारकर उर्दू और अंग्रेजी के बड़े अखबारों की प्रतियां जब्त कर लीं। प्रकाशकों ने अपनी-अपनी वेबसाइटों पर दावा किया कि उनकी मुद्रित प्रतियां जब्त कर ली गईं और प्रिंटिंग प्रेस के लिए काम करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने पर कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शन की मीडिया कवरेज को लेकर ‘अप्रसन्नता’ व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हिजबुल आतंकी को ‘नायक’ के रूप में पेश किया जा रहा है।

समाचार पत्र ‘ग्रेटर कश्मीर’ की वेबसाइट की एक रिपोर्ट में कहा गया, “पुलिसकर्मियों ने ‘ग्रेटर कश्मीर’ के मुद्रण के लिए तैयार की गई प्लेटों और एक उर्दू दैनिक ‘कश्मीर उज्मा’ की 50,000 मुद्रित प्रतियां जब्त कर लीं तथा जी.के.सी. प्रिंटिंग प्रेस को बंद कर दिया। ”

एक अन्य अंग्रेजी दैनिक ‘कश्मीर रीडर’ ने कहा, “पुलिस ने ‘कश्मीर रीडर’ की प्रतियां जब्त कर लीं।”

दैनिक ने कश्मीर रीडर डॉट कॉम पर कहा, “पुलिस ने शुक्रवार रात दो बजे रांग्रेथ स्थित के.टी प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारकर आठ लोगों को हिरासत में ले लिया और ‘कश्मीर रीडर’ की प्रतियां भी जब्त कर लीं।”

के.टी. प्रेस घाटी के बड़े पिंटिंग प्रेसों में एक है और कई दैनिक अखबारों जैसे कश्मीर रीडर, तमील-ए-इरशाद, कश्मीर टाइम्स, कश्मीर ऑब्जर्वर, द कश्मीर मॉनीटर, ब्राइटर कश्मीर और कश्मीर ऐज का मुद्रण करता है।

एक हॉकर ने कहा, “जब हम वितरण के लिए समाचर पत्र की प्रतियां लेने गए तो तो पुलिसकर्मी पहले ही बंडलों को जब्त कर चुके थे। जब हमने उनसे पूछा यह क्यों हो रहा था तो उन लोगों ने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया।”

मोबाइल नेटवर्क यहां गुरुवार की शाम से निलंबित है और गत 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी (22) के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद से यहां मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद है।

घाटी में शनिवार को सातवें दिन भी अशांति बनी हुई है। अलगाववादियों ने लोगों से सोमवार तक बंद रखने का आह्वान किया है।

घाटी में एकमात्र भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की मोबाइल सेवा और इंटरनेट कनेक्टिीविटी के रूप में एकमात्र बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवा चालू है।

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