उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष कहा कि योगी आदित्यनाथ चुनाव के समय मथुरा में शराब-मांस की बिक्री पर प्रतिबंध का आदेश देकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं। सच्चाई यह है कि पूरे उत्तर प्रदेश में बच्चों में नशाखोरी बढ़ रही है और इसकी गिरफ्त में आने के कारण लाखों परिवार बर्बाद हो रहे हैं। अगर सरकार शराब को सामाजिक बुराई का कारण समझती है तो उसे पूरे यूपी में शराब पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार को मालूम है कि उसके पास जनता के सामने दिखाने के लिए ठोस काम नहीं हैं, लिहाजा वह चुनाव के समय इस तरह के मुद्दे उठाकर जनता को सांप्रदायिक आधार पर बांटना चाहते हैं। जबकि भाजपा की ही अनेक सरकारें पूर्वोत्तर के राज्यों में लोगों को बीफ खाने की अनुमति देने की वकालत करते हैं। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को इस दोहरेपन से बचते हुए जमीनी काम करना चाहिए।