मालूम हो कि सोमवार रात आग की लपटों से घिरी किशोरी की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार, किशोरी शिखा का पिता रामू एक मजदूरी पेशा व्यक्ति है जो शराब पीने का आदी है। रामू की परिस्थिति देखकर रिश्तेदार रामगोपाल ने दस वर्ष पहले शिखा को अपने घर में रखकर अपने बच्चों की तरह उसकी परवरिश की। सोमवार को रामू रामगोपाल साहू के घर में पोताई का काम कर रहा था। इस दौरान घरेलू कामकाज को लेकर उसने शिखा को डांट दिया था। पुलिस के अनुसार, पिता की डांट से क्षुब्ध होकर शिखा ने खुद को आग लगा ली और तीसरी मंजिल से नीचे कूद गई जिससे उसकी मौत हो गई।। मंगलवार को शव गांव पहुंचने पर परिवारीजन ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया।