जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए शनिवार को हुए चुनाव में प्रयागराज, कौशाम्बी में भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीते, जबकि प्रतापगढ़ में राजाभैया की पार्टी की प्रत्याशी ने जीत का परचम फहराया। प्रयागराज में भाजपा समर्थित डॉ. वीके सिंह ने सपा की मालती यादव को हराया। डॉ. वीके सिंह को 51, जबकि मालती यादव को 33 मत मिले। सपा कार्यकर्ताओं ने मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए धरना दिया। उनका कहना था कि भाजपा ने कई जिला पंचायतों के शरीर पर चिप लगा रखीं थीं। ताकि, पता चल जाए कि उन्होंने किसे वोट डाला। डीएम संजय कुमार खत्री ने आरोपों को गलत बताया।
प्रतापगढ़ में पूर्व मंत्री और कुंडा के बाहुबली विधायक राजाभैया की पार्टी जनसत्ता दल की माधुरी पटेल ने जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कब्जा जमाया। माधुरी पटेल को 40, सपा की अमरावती को 6 व भाजपा की क्षमा सिंह को तीन मत मिले, जबकि दो मत अवैध घोषित किए गए। भाजपा नेताओं ने जिला प्रशासन व पुलिस पर जनसत्ता दल के प्रत्याशी की मदद का आरोप लगाते हुए बवाल किया। उन्होंने एएसपी पूर्वी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी, सीओ सिटी अभय पांडेय, सीओ रानीगंज अतुल अंजान त्रिपाठी से धक्कामुक्की की। इस दौरान सीओ का बिल्ला नोंच लिया गया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह भाजपा नेताओं को गेट से हटाया। इस बीच करीब डेढ़ घंटे तक मतदान बाधित रहा।
कौशाम्बी में भाजपा प्रत्याशी कल्पना सोनकर सपा की विजमा देवी को दो मतों से हराकर जिला पंचायत की मुखिया बनीं। भाजपा प्रत्याशी को 13 व सपा समर्थित विजमा देवी को 11 मत मिले। मतदान के दौरान हस्ताक्षर मिलान नहीं होने के कारण वार्ड नंबर 19 से निर्वाचित सदस्य कमला देवी को मतदान से रोक दिया गया। इसकी जानकारी होते ही सपाई कचहरी रोड पर धरने पर बैठ गए। जांच-पड़ताल के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी सुजीत कुमार उन्हें मतदान करने की अनुमति दी। इस बीच घंटे भर तक डायट मैदान के बाहर मुख्य मार्ग पर अफरातफरी मची रही।