तंत्र-मंत्र के चक्कर में उसरना गांव निवासी बृजेश कुमार (25) की हत्या उसके ही सगे भाई ने कर दी। इसके बाद परिजनों को डराकर तांत्रिक साधना से भाई को जिंदा करने का नाटक करता रहा। मंगलवार शाम को उसके घर से बदबू आने पर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर अंदर से बृजेश का सड़ा हुआ शव बरामद किया। आरोपी भाई को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, शव दो-तीन दिन से अधिक पुराना है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी।
प्रभारी निरीक्षक इटौंजा से बातचीत में पता चला है कि उसरना गांव निवासी बृजेश और उसका भाई फूलचंद तांत्रिक क्रिया करते थे। 5-6 दिन पहले बृजेश ने अपने घर के कमरे में तांत्रिक पूजा शुरू की। बृजेश का दावा था कि वह इस पूजा के परिणाम स्वरूप शिवलिंग प्रकट कर लेगा। इसके लिए बृजेश ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया लेकिन वह असफल रहा।
बृजेश के तांत्रिक साधना की जानकारी छोटे भाई फूलचंद को हुई। उसने भी साधना शुरू की। इस दौरान उसने अपने भाई की हत्या कर दी और उसके शव के पास बैठकर तांत्रिक साधना करनी शुरू कर दी। यह प्रक्रिया फूलचंद तीन दिन तक करता रहा। लेकिन मंगलवार को ग्रामीणों को उसके घर से बदबू आने लगी। तो कुछ लोग शिकायत करने गए जिस पर फूलचंद भड़क गया। ग्रामीणों को कुछ संदिग्ध लगा जिस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, कमरे का दरवाजा तोड़कर मृतक बृजेश के शव को बाहर निकाला गया। इस दौरान आरोपी भाई फूलचंद तांत्रिक साधना कर रहा था। जब पुलिस ने फटकार लगाई तो हंगामा करने लगा। आरोपी भाई को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, फूलचंद भाई बृजेश का शव लेकर कमरे में बंद हो जाता था। इसके बाद घंटों तांत्रिक साधना करता था। जब बृजेश की हत्या की जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होंने विरोध किया जिस पर वह परिजनों को साधना में विघ्न डालने से नुकसान होने की धमकी देता रहा।