देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की सरकार भी किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी में लग गई है। इसी संदर्भ में मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना जांच की संख्या बढ़ाई गई है और टारगेट टेस्टिंग पर हमारा ध्यान है। होली में बाहर से आने वालों की टेस्टिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि कल प्रधानमंत्री मोदी के साथ कोरोना को लेकर बैठक भी है और केंद्र के निर्देर्शों का राज्य में पालन कराया जाएगा।उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण में पुन: तेजी से वृद्धि हो रही है। उत्तर प्रदेश में भी कुछ जिलों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जिलों में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पूरी तरह सक्रिय कर दिए गए हैं। होली के मद्देनजर रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर यात्रियों की रैंडम व प्रारंभिक जांच होगी। इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि यूपी में अभी लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू पर विचार नहीं किया जा रहा है।कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी में फिर से माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला लिया गया है। एक मरीज मिलने पर भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। इसमें पहले की तरह व्यवस्था रहेगी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरीज मिलने पर उसके ढाई सौ मीटर की दायरे को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। इसमें आने वालों की स्क्रीनिंग के साथ जांच भी होगी। इलाके में मास्क न लगाने वालों का चालान भी किया जाएगा।सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक, इस क्षेत्र में सैंपलिंग भी बढ़ाई जाएगी। कोरोना के मामले कम होने पर राजधानी में कोविड प्रोटोकॉल को लेकर लापरवाही बरती जाने लगी। बीते साल कंटेनमेंट जोन में पहले की तरह पुलिस तैनात किए जाने का दावा किया गया। कागजों में पूरी रूपरेखा तैयार करने के बाद भी अफसरों ने इसे लागू नहीं किया गया। अफसरों का कहना है कि कंटेनमेंट जोन में पहले की तरह सख्ती होगी।