काछा गांव निवासी मनोज यादव लकड़ी व्यवसायी थे। वह गांव में ही तख्त, दरवाजा, खिड़की आदि बनवाकर बेचने का काम करते थे। सोमवार की सुबह उनका शव लोनी नदी के पास खून से लथपथ मिला तो सनसनी फैल गई। सूचना पाकर घर के लोग भी मौके पर पहुंच गए। हत्या के आरोप में एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है, हालांकि पुलिस आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रात करीब नौ बजे मनोज यादव गांव में ही किसी परिचित के यहां गए थे। वहां से खाना खाने के बाद बाइक से घर की ओर लौट रहे थे कि लोनी नदी के पास उनकी कुल्हाड़ी और अन्य धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। परिजन रातभर खोजबीन करते रहे लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला।
सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीणों ने नदी के किनारे उनकी लाश देखी तो यह बात जंगल में आग की तरह फैल गई। जेठवारा थाने की पुलिस के अलावा सीओ पवन द्विवेदी और ट्रेनी सीओ विनय प्रभाकर साहनी दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना को लेकर काफी हंगामा हुआ। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अपने हिसाब से घटना की तहरीर लिखवाकर हस्ताक्षर करवा लिया है।