नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार सख्त मूड में दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक लाइन ऑफ कंट्रोल यानी एलओसी पर उरी हमले के बाद चल रही सेना की कार्रवाई पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर बनाए हुए हैं। साउथ ब्लॉक में अपने दफ्तर से पीएम मोदी सेना के अधिकारियों से पल पल की जानकारी ले रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पीएम ने मिलिट्री ऑपरेशंस रूम में ऑपरेशन की जानकारी ली है। कश्मीर में सेना ने ऑपरेशन तेज कर दिया है और कश्मीर में सेना की संख्या भी बढ़ाई गई है। पिछले 3 दिन में आतंकियों से 6 से ज्यादा मुठभेड़ हुई है। 18 सितंबर के बाद से पीएम लगातार बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने 19 सितंबर को 4 शीर्ष केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की। पीएम के साथ बैठक में सेनाध्यक्ष और एनएसए भी मौजूद हैं। सेना के अपडेट लेकर 20 सितंबर को पीएम ने फिर ऑपरेशन का अपडेट लिया। 21 तारीख को इसे लेकर सीसीएस की बैठक भी हुई थी
उरी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट और बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद घोषणा की कि हमले के सूत्रधारों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अलग थलग करने की बात कही थी साथ ही केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की ओर काम करना चाहिए। वहीं उरी हमले पर भारत को दुनिया का साथ मिला। अमेरिका फ्रांस जापान और नेपाल समेत दुनिया के तमाम देशों ने इस हमले की निंदा की। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगी। जानकारी के मुताबिक पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान के झूठ और उसके आतंकी चेहरे को बेनकाब करने की पूरी तैयारी हो चुकी है। वह उरी हमले के मुद्दों को इस वैश्विक मंच पर उठा सकती हैं।
बता दें कि जम्मू कश्मीर के उरी में एक 12 वीं ब्रिगेड की छावनी पर रविवार को हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे जबकि 30 सैनिक भी घायल हो गए थे। हाल के वर्षों में भारतीय सेना पर यह सबसे बड़ा हमला था। इस हमले में सैन्य संपत्ति का भी काफी नुकसान हुआ। भारत ने उरी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया था।