ऋषिकेश। पहाड़ों पर लगातार बारिश से चीला बैराज मार्ग पर बीन नदी उफान पर आ गई। नदी का जलस्तर बढ़ने से यमकेश्वर ब्लॉक के दो दर्जन गांवों को सड़क सपंर्क टूट गया। नदी के तेज बहाव में फंसे पिकअप को क्रेन की मदद से निकाला गया। इसके बाद हरकत में आए वन विभाग और पुलिस ने वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया। कई घंटों नदी के दोनों ओर वाहन फंसे रहे।
बुधवार को चीला-बैराज मोटर मार्ग पर बीन नदी का जलस्तर बढ़ गया। नदी का जलस्तर बढ़ने से चीला-बैराज मोटर मार्ग पर आवाजाही करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई। सुबह करीब नौ बजे कुनांऊ गांव के देवेंद्र पयाल का पिकअप वाहन नदी में फंस गया। वाहन नदी में फंसता देख आसपास लोगों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और कुनांऊ गांव के ग्रामीणों ने वाहन को निकालने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर वाहन स्वामी ने क्रेन बुलाई, जिसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद वाहन को बाहर निकाला।
गौरतलब है कि यमकेश्वर ब्लॉक अंतर्गत चीला-बैराज मोटर मार्ग पर बीन नदी बरसात के समय में लोगों के लिए परेशानी बन जाती है। इस मार्ग से गंगाभोगपुर, किमसार, तल्ला बणांस, रामजीवाला, कांडखाल, आमकाटल, जोग्याणा, कंडरा, तालबांदनी आदि दो दर्ज से अधिक गांवों के ग्रामीण आवाजाही करते हैं। यही नहीं यह रुट बैराज-चीला को जोड़ने वाला भी है। इससे बाहरी प्रांतों के लोग भी हरिद्वार बाईपास के चलते इसी मार्ग का सहारा लेते हैं। बारिश के दौरान बीन नदी का जलस्तर बढ़ने से इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही भी बंद हो जाती है। यहां के ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन से बीन नदी पर स्थायी पुल बनाने की मांग की है। लेकिन मामला राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र का होने के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।