नगर पंचायत घिरोर में 36 लाख रुपये की लागत से मोहल्ला शाक्यान, नगला गुड़ी, नगला भूड़, बीज गोदाम, मोहल्ला फर्रास, हॉस्पिटल घिरोर में छह सामुदायिक शौचालयों को निर्माण कराया था। सोमवार को स्वच्छ भारत मिशन के तहत संदीप सिन्हा ने टीम के साथ इन शौचालयों की जांच की। बीज गोदाम के पास बने शौचालय में एक ओर महिला का बोर्ड चस्पा था। महिला शौचालय के अंदर पुरुष मूत्रालय बने हुए थे। संदीप सिन्हा ने बताया कि अभी तक तीन शौचालयों का निरीक्षण किया गया है। इसमें लगभग सभी शौचालयों की स्थिति दयनीय है। इसका आम आदमी उपयोग नहीं कर सकता। शौचालय को जियो टैग नहीं किया गया है। वहीं साइन बोर्ड भी उपलब्ध नहीं है। शौचालयों के रखरखाव के लिए कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं है। सफाई रजिस्टर, शिकायत पेटिका, साफ सफाई की सामग्री, पौधारोपण, शौचालय विज्ञापन का बोर्ड, प्रकाश व्यवस्था सुचारू नहीं है। जांच टीम प्रभारी संदीप सिन्हा जैसे ही नगर में शौचालयों की जांच करने के लिए पहुंचे नगर पंचायत को इसकी भनक लग गई। आनन-फानन में शौचालयों की सफाई करवाई व अन्य जरूरी उपकरण लेकर पहुंचे। उधर, संदीप सिन्हा ने बताया कि जांच में पाया गया है कि अधिकांश शौचालय में टोंटियां और पाइप नहीं हैं। नगर पंचायत घिरोर के अधिशासी अधिकारी सुभाषचंद्र ने बताया कि कुछ समस्याएं हो सकती हैं, शौचालयों से लोग टोंटियां चोरी कर ले गए हैं। कर्मचारी की तैनाती है, नियमित सफाई भी कराई जाती है।