योगी सरकार ने 23 जनवरी को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी : 2021) को नकल विहीन, शांतिपूर्ण व पारदर्शिता से संपन्न कराने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें अधिकारियों के जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं। सुबह की पाली में टीईटी प्राथमिक स्तर व शाम की पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की होगी। गौरतलब है कि प्रश्नपत्र लीक होने के बाद यह परीक्षा दोबारा आयोजित की जा रही है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा है कि यह परीक्षा जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति तय परीक्षा केंद्रों पर आयोजित कराएगी। प्रत्येक केंद्र पर दो स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे, जिनकी देखरेख में पूरी परीक्षा होगी। इसी तरह उत्तर पुस्तिकाओं को कोषागार से प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी डीएम द्वारा नामित सेक्टर मजिस्ट्रेट व डीआईओएस की होगी। प्रत्येक पाली के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट व सेक्टर मजिस्ट्रेट अलग-अलग होंगे।
सीएम योगी ने दिए ये आदेश
वहीं योगी आदित्यनाथ ने इस परीक्षा को लेकर कहा है कि, टीईटी के लिए दागी व संदिग्ध छवि वाले संस्थानों को किसी भी हालत में केंद्र न बनाया जाए। इनकी पहले ही जांच कर ली जाए। परीक्षा केंद्र निर्धारण में संस्थान के पिछले रिकॉर्ड को जरूर देखें। सीएम ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कहा, आगामी 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) के सुव्यवस्थित आयोजन के संबंध में पुख्ता तैयारियां कर ली जाएं। प्रत्येक केंद्र पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जाए। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) परीक्षा केंद्र निर्धारण में संस्थान के पिछले रिकॉर्ड को अवश्य देखा जाए। दागी/संदिग्ध छवि के संस्थानों को परीक्षा केंद्र न बनाया जाए। टी.ई.टी. परीक्षा की शुचिता हेतु एसीएस गृह व एडीजी कानून-व्यवस्था, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा के साथ सभी जिलाधिकारियों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों व परीक्षा से जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद कर व्यवस्थाओं की पड़ताल करें।