प्रभारी निरीक्षक बंथरा अजय प्रताप सिंह के मुताबिक उन्नाव के कंचनपुर सिरवइया गांव निवासी करण शर्मा का खाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में है। पेशे से किसान 21 साल के करण के खाते में 17 दिसंबर को मात्र 1983 रुपये थे लेकिन इसी बीच उसका डेबिट कार्ड बैंक के सर्वर से लिंक हो गया। खाते में रुपये न होने के बावजूद 19 दिसंबर से उसने खरीदारी करते समय कार्ड से भुगतान किया तो खाते में पड़ी रकम से अधिक का भुगतान हो गया।
इसके बाद करण ने लगातार खरीदारी शुरू कर दी। इसकी जानकारी करण ने अपनी पत्नी आंचल सिंह को दी। आंचल ने गाड़ी, जेवरात व अन्य कीमती सामान खरीदने की सलाह दी। इसके बाद दोनों ने मिलकर बाइक से लेकर कार तक की बुकिंग करा ली। बैंक को जानकारी होती इसके पहले दोनों ने मिलकर 76 लाख से अधिक की खरीदारी कर डाली।
बैंक मैनेजर ने बंथरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। जिसकी पड़ताल की गई तो हकीकत सामने आई। इस पर पुलिस की टीम बनाकर आरोपियों को दबोचने के लिए दबिश देनी शुरू की गई। एसएसआई दीपक कुमार सिंह, एसआई शैलेंद्र सिंह सेंगर, कांस्टेबल लवकुश व दुर्गा प्रसाद सिंह की टीम ने दोनों आरोपियों को कटिबगिया के पास से गिरफ्तार किया।
पांच दिन में खर्च कर डाले 76.20 लाख
प्रभारी निरीक्षक अजय प्रताप सिंह के मुताबिक 19 दिसंबर से 23 दिसंबर के बीच में करण व आंचल सिंह ने डेबिट कार्ड के जरिए बैंक के 76,20,840 रुपये की खरीदारी कर डाली। इस रकम को दोनों अपना समझ बैठे थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बैंक द्वारा निकाले गये धन से 15.71 लाख रुपये की एक्सयूवी 300, 18.50 लाख रुपये के जेवरात, पांच लाख रुपये के मोबाइल, दो लाख रुपये ऊं साईं पेट्रोल पंप कटिबगिया बंथरा पर स्वैप किये। बैंक को जानकारी हुई तो बैंक ने इस रकम को बरामद कर लिया।
वहीं, पुलिस ने दोनों आरोपियों को शनिवार को कटिबगिया के पास से गिरफ्तार किया। उनके पास से पुलिस ने करीब 7,56,500 रुपये का सामान बरामद किया है। जिसमें 73500 रुपये नकदी, 1.33 लाख रुपये की एक बाइक, 5.50 लाख रुपये का यूको बैंक का चेक व एक जोड़ी पायल शामिल हैं।