प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों के पाला बदलने से जिले की राजनीति में उठापटक की अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को सोशल मीडिया में एक खबर चली कि सांसद रीता बहुगुणा जोशी समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं। खबर यह भी चली कि सांसद ने भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों तक संदेश पहुंचाया है कि अगर उनके पुत्र मयंक जोशी को लखनऊ कैंट से टिकट न मिला तो उनके पास दूसरे विकल्प हैं। हालांकि रीता बहुगुणा के मीडिया प्रभारी ने इन बातों को महज अफवाह बताया है।
दरअसल रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से लगातार दो बार विधायक रहीं हैं। कांग्रेस में रहते हुए पहली बार वर्ष 2012 के चुनाव में उन्होंने इस सीट से भाजपा के सुरेश तिवारी को शिकस्त दी थी। इसके बाद वर्ष 2017 में भाजपा में शामिल होने के बाद वह इस सीट से दोबारा विधायक चुनीं गईं और योगी मंत्रिमंडल में वह कैबिनेट मंत्री भी बनीं।
इन दोनों ही चुनाव में उनका पूरा चुनाव प्रबंधन पुत्र मयंक जोशी ने ही संभाला। 2019 में जब वह लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रयागराज आईं तो उन्होंने संगठन से वह सीट पुत्र मयंक जोशी को देने की वकालत की, लेकिन बाद में उक्त सीट से सुरेश तिवारी को ही पार्टी ने उपचुनाव में खड़ा किया। सांसद बनने के बाद भी मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में उनकी जगह अजय मिश्र टेनी को शामिल कर लिया गया। इससे रीता समर्थकों में काफी नाराजगी रही।