स्वामी प्रसाद मौर्य और रोशन लाल पर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कसा तंज,

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कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और तिलहर विधायक रोशन लाल वर्मा के भाजपा छोड़ने पर वित्त, चिकित्सा शिक्षा और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि उन्हें मनाने की कोई आवश्यकता नहीं है। पांच साल तक सत्ता सुख भोगने के बाद अब दूसरा ठिकाना तलाश लिया। ऐसे लोगों पर जनता भरोसा नहीं करती। भाजपा एक समुद्र की तरह है, जिससे एक-दो लोटा पानी निकल जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता ये आयाराम गयाराम बाद में जरूर पछताएंगे। उन्होंने मजाकिया अंद में कटाक्ष करते हुए गुनगुनाया कि अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का… 

दरअसल, काफी समय से तिलहर से विधायक रोशनलाल वर्मा के भाजपा छोड़ने की सुगबुगाहट चल रही थी। रोशनलाल वर्मा इससे सख्त इनकार करते रहे, लेकिन चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा को अलविदा कह सपा का दामन थाम लिया। अब रोशनलाल वर्मा अपनी लगातार उपेक्षा का आरोप लगा रह हैं। उन्होंने जिले के बड़े भाजपा नेता पर अड़ंगेबाजी करने का आरोप भी लगाया है। 

निगोही निवासी रोशनलाल वर्मा ने सहकारी समिति और यूपी ग्रामीण बैंक से चुनाव लड़कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। वह निगोही के उप ब्लॉक प्रमुख और ब्लॉक प्रमुख बने। बाद में वह बसपा में शामिल हो गए। रोशनलाल वर्मा ने 2007 में पहला विधानसभा चुनाव बसपा से निगोही सीट पर लड़ा था। सपा के कोविद सिंह को 22,800 वोटों से हराकर वह जीते थे।कड़ी टक्कर में तब के कद्दावर कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद को रोशनलाल वर्मा ने 5,715 वोटों से हरा दिया। तब से रोशनलाल वर्मा का कद पार्टी में बड़ा हो गया था। बाद में भाजपा के एक बड़े नेता से टकराव के कारण भी वह चर्चा में रहे थे। भाजपा के कुछ बड़े नेताओं से उनके मतभेद बार-बार उभरकर सामने आते रहते थे।

मगर कुछ दिन पहले तक रोशनलाल वर्मा दूसरे दल में जाने की बात को अफवाह बताकर जोरदार खंडन करते रहते थे। स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफे की चिट्ठी लेकर राजभवन पहुंचे रोशनलाल वर्मा ने उन्हें अपना नेता बताते हुए अनुसरण करने की बात कही है। वहीं रोशनलाल वर्मा के तमाम समर्थक लखनऊ पहुंच गए थे।

वर्ष 2012 का चुनाव तिलहर विधानसभा सीट से बसपा से लड़ा और सपा के अनवर अली को 10708 वोटों से हराया। 2017 के चुनाव से ठीक पहले रोशनलाल वर्मा बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने तिलहर से रोशनलाल वर्मा को कांग्रेस-सपा के संयुक्त प्रत्याशी जितिन प्रसाद के खिलाफ उतारा।

बड़े नेता पर लगाए आरोप
विधायक रोशनलाल वर्मा ने बताया कि वह पार्टी में अड़ंगेबाजी से काफी परेशान थे। पार्टी में लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही थी। इसके अलावा पार्टी में दलितों, पिछड़ों और बेरोजगारों की उपेक्षा की जा रही थी। उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा था। जिले के एक बड़े नेता उनके काम में अड़ंगा लगाते थे। उन्होंने इसकी शिकायत भी कई बार प्रदेश नेतृत्व से की थी, मगर कोई सुनवाई नहीं की गई। इसी से आहत होकर उन्होंने भाजपा को छोड़ा है। उन्होंने बताया कि वह लखनऊ से वापस लौट रहे हैं। जगह-जगह रास्ते में उनका समर्थक और कार्यकर्ता स्वागत कर रहे हैं। वह सपा से तिलहर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे। उनकी पार्टी नेतृत्व से बात हो चुकी है। जल्द सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

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