नंदप्रयाग के समीप अलकनंदा नदी के किनारे देवलीबगड़ गांव के भोटिया जनजाति के 70 परिवार अनहोनी की आशंका को देखते हुए अपनी जरुरी सामग्री के साथ बदरीनाथ हाईवे पर आ गए। दिनभर हाईवे पर रहने के बाद भूखे-प्यासे ग्रामीण शाम को नदी सामान्य होने के बाद ही अपने घरों को लौटे।
प्रधान पुष्कर सिंह राणा ने बताया कि रैणी गांव से नदी में बाढ़ आने की सूचना टेलीफोन से साढ़े नौ बजे मिली। इसके बाद ग्रामीणों को अपने-अपने घरों को छोड़कर हाईवे पर चले जाने के लिए कहा गया। 11 बजे तक अलकापुरी गांव के ग्रामीण भी अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। लोगों में अफरातफरी मच गई। चमोली बाजार के निचले क्षेत्र में लोग अपने बच्चों और जरूरी सामान समेट कर अपर बाजार की ओर चले गए।