आम आदमी पार्टी से निकाले गए मंत्री कपिल मिश्रा ने सीबीआई के पास जाने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल के नाम से एक पत्र जारी किया. पत्र के जरिए कपिल ने अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने इस पत्र को ट्वीट भी किया है. इसमें उन्होंने केजरीवाल को दिल्ली की किसी भी सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती भी दी. कपिल मिश्री की ओर से केजरीवाल को लिखे गए पत्र को पूरा पढ़िए….
आदरणीय अरविंद केजरीवाल जी
यह पत्र आपको लिखते हुए बहुत सारी बातें व यादें मन में आ रही हैं. आज आपके खिलाफ FIR दर्ज करवाने जा रहा हूं. भ्रष्टाचार से लड़ना, सच के लिए अड़ना आपसे सीखा था. जिस गुरु से धनुष बाण चलाना सीखा, आज उसी पर तीर चलाने है. मन बहुत भारी है, पर चुप रहना भी असंभव हैं. जिन अरविंद केजरीवाल को देख-देखकर ये सब सीखा, आज उन्हीं अरविंद केजरीवाल से अपने जीवन का सबसे बड़ा युद्ध लड़ने से पहले आशीर्वाद मांगने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं. कृपया मुझे विजय का आशीर्वाद दीजिए.
Open Letter to Arvind Kejriwal Ji … will he respond pic.twitter.com/QfqGP5Hc7D
— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) May 9, 2017
अरविंद जी, आपका दिल जानता है कि सत्येंद्र जैन से किस प्रकार के आपके संबंध है? आपको मालूम है कि किस प्रकार के पैसों की डील की मैं बात कर रहा हूं. आपको पता है कि अगर उस दिन सुबह मैंने ACB को पत्र नहीं लिखा होता, तो आप मुझे आनन-फानन में नहीं हटाते. यह बात आपने कई PAC के साथियों को बताई भी और उन्होंने मुझे बताया.
आज सब चुप है. सिर्फ मेरा ईश्वर मेरे साथ है. आपके छल कपट, झूठ और भ्रष्टाचार का चक्रव्यूह मैं तोड़ने निकला हूं, एकदम अकेला. इस चक्रव्यूह के अंदर आप मुझे घेरोगे, हमले करोगे, अपयश फैलाओगे, झूठा साबित करोगे. मुझे पता है कि आज आप विधानसभा में खुद ही अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश करेंगे. अपने ही विधायको से तालियां बजवाएंगे, खुद ही मुजरिम, खुद ही जज और खुद ही गवाह भी बनेंगे. खुद के लिए तालियों और मेरे लिए गालियों के बीच इतना ध्यान रखिएगा, मैं आपकी हर चाल जानता और पहचानता हूं. एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रख रहा हूं. CBI को जो कुछ मुझे पता है और मैंने देखा है, आज सब बताऊंगा.
वो घर आपका, उसके मुलाजिम आपके, सारा सिस्टम आपका, हर गवाह आपका ये मुझे मालूम हैं. यथा शक्ति लड़ूंगा. या तो आपके चक्रव्यूह को तोड़कर विजय प्राप्त करूंगा या फिर अभिमन्यु की तरह घेरकर मार दिया जाऊंगा. मुझे दोनों स्वीकार है. हां, एक बात और मुझे बताया गया है कि आप मेरी विधानसभा की सदस्यता खत्म करवाने की तैयारी कर रहें है. व्हिप के द्वारा मुझे विधानसभा से हटवाने की तैयारी है. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. बस इतना कहना चाहता हूं, थोड़ी भी नैतिकता बची है अगर, थोड़ा भी भरोसा है अगर आपको अपने आप पर, तो मेरी एक चुनौती स्वीकार कर लीजिए.
मेरी करावल नगर सीट या आपकी नई दिल्ली की सीट, सीट आप चुन लें. मैं भी इस्तीफा देता हूं, आप भी चुनाव मैदान में आ जाइए. सीट आपकी मर्जी की, आपके पास धन, बल और लोगों की पूरी टीम, मैं अकेला. आइए लड़ते हैं चुनाव. है हिम्मत जनता का सामना करने की???
कुर्सी जाने का डर है तो बिना इस्तीफा दिए करावल नगर से मेरे सामने लड़ लीजिए. मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं और जनता के साथ का भरोसा है, तो अपनी नई दिल्ली की सीट से लड़ लीजिए चुनाव. जवाब का इंतजार करूंगा. एक बात और, कल शाम से अब तक 211 शिकायतें पार्टी व सरकार में भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई मुझ तक पहुंची है. जो कुछ पिछले दो सालों में पर्दे के पीछे हुआ है, वो बहुत दुःखद हैं. देश का भरोसा तोड़ा है आपने और आपके साथ के चार पांच साथियों ने मिलकर. अरविंद जी, आज अकेला हूं, सब कुछ मिटा देने के कगार पर हूं. पर अड़ा हूं, डटा हूं. आपकी सारी ताकत, सारी सरकार, सारा पैसा, सारे लोग एक तरफ, और मैं अकेला.
आशीर्वाद दीजिए
आज आपके खिलाफ FIR दर्ज करवाऊंगा, उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं.
आपके जवाब का इंतजार है.
आपका
कपिल मिश्रा