लखनऊ, जेएनएन। आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। राजधानी से लेकर सुदूर ग्राम्यांचल के ब्लॉक मुख्यालय तक उल्लास ही उल्लास दिखा। उत्साह से लबरेज लोग स्वस्थ कल की कामना का ध्येय लेकर निकले। हरियाली खोकर बेनूर होते अवध को फिर हरी चुनरी ओढ़ाकर दुल्हन की तरह सजाने की कोशिश रही। इसके लिए 13 जिलों की 64 तहसीलों के 176 ब्लॉक की जनता हाथों में पौधे लिए बराती बनकर निकली। पौधों की इस बरात का लक्ष्य सिर्फ एक है- अवध का ‘वृक्षाभूषण’। राजधानी में यह बरात हजरतगंज गांधी प्रतिमा स्थल से सुबह 7:00 बजे निकली। गाजे-बाजे के साथ यह बरात शहीद स्मारक तक पहुंची।