सेमनापुर गांव निवासी बृजेश का भाई प्रमोद एक सप्ताह से लापता था। उसकी तलाश परिवारीजन काफी दिनों से कर रहे थे। मंगलवार को सतीश नाम का व्यक्ति गांव के पास जंगल की तरफ टहलने गया था। उसे दुर्गंध आई तो अंदर जाकर देखा। जहां पर प्रमोद का शव दो हिस्सों में पड़ा था। उसने तुरंत प्रधान पति, परिवारीजनों व पुलिस को सूचना दी गई। मृतक के भाई बृजेश ने बताया कि उसके पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी है। बताया कि प्रमोद पहले भी कई बार इसी तरह लापता हो जाता था। फिर वापस आ जाता था। इसी कारण पुलिस को सूचना नहीं दी गई थी। बृजेश ने भाई की हत्या की आशंका जताई है। उसने पुलिस से जांच की मांग की है। प्रमोद के परिवारीजन ने बताया कि वह नशे का भी आदी था। आशंका जाहिर की गई है कि किसी ने आत्महत्या का रूप देने के लिए पेड़ से लटकाकर पहले प्रमोद की हत्या की और फिर गर्दन काट दी। वहीं दूसरी ओर पुलिस इसे आत्महत्या का रूप देने में जुटी रही।
राजधानी के कई डॉक्टरों ने इस मामले में कहा कि सामान्य स्थितियों में ऐसा संभव नहीं है कि फांसी पर लटकाशव अपने आप ही दो हिस्सों में गर्दन से अलग होकर गिर जाए। शवों का पोस्टमार्टम करने वाले राजधानी के एक चिकित्सक ने कहा कि शव भले छह-सात दिन पुराना हो लेकिन अपने आप फंदे से लटके रहने के दौरान दो हिस्सों में बंटकर गिर नहीं सकता। बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी तफ्तीश के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि इसके पीछे कौन से कारण रहे होंगे।