सिपाही देवेंद्र सिंह आगरा जिले के गांव नगला बिंदू (थाना डौकी) के रहने वाले थे। उनकी तैनाती कासगंज के थाना सिढ़पुरा में थी। मंगलवार शाम को दरोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह क्षेत्र के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में अवैध शराब की सूचना पर दबिश देने पहुंचे थे। यहां शराब माफिया ने हमला कर सिपाही देवेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी। दरोगा अशोक कुमार सिंह गंभीर रूप हो गए। उनका इलाज चल रहा है।
मंगलवार रात को सिपाही देवेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया। शहीद के पिता व परिवार के अन्य लोग रात को ही कासगंज रवाना हो गए। परिवार में देवेंद्र की पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है। सिपाही देवेंद्र की दो बेटियां हैं। इनमें बड़ी बेटी की उम्र तीन साल, जबकि छोटी महज तीन महीने की है। मां और बुआ को रोता देखकर वह बस यही पूछ रही है कि पापा कब आएंगे।
ग्रामीणों ने बताया कि सिपाही देवेंद्र सिंह बहादुर बेटे थे। वह हमेशा कहते थे कि उन्होंने खाकी वर्दी रौब दिखाने के लिए नहीं पहनी है। देवेंद्र की शहादत से पूरे गांव में गम का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि सिपाही देवेंद्र सिंह के पिता महावीर सिंह किसान हैं। देवेंद्र इकलौते बेटे थे। दो मई को उनकी बहन की शादी है। उससे पहले ही घर का चिराग बुझ गया। बहन रो-रोकर बेसुध हो रही है।