वाराणसी के शिवाला निवासी मो. अफजल(17) की हत्या हिस्ट्रीशीटर मेराज सहित दो आरोपियों ने रुपये के लेनदेन में की थी। रामनगर पुलिस ने रविवार को हिस्ट्रीशीटर सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। मेराज पर चौक थाने सहित विभिन्न थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, धमकी सहित 16 मुकदमे दर्ज हैं।डीसीपी काशी आरएस गौतम ने बताया कि 20 जनवरी की सुबह दुर्गा मंदिर स्थित पोखरे में शिवाला के रहने वाले अफजल का शव बरामद हुआ था। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश क्राइम ब्रांच और रामनगर थाने की पुलिस कर रही थी। सीसीटीवी फुटेज सहित सर्विलांस के दौरान यह पता चला कि अंतिम बार अफजल के मोबाइल पर मेराज से ही बातचीत हुई थी।
पांच कॉल आउटगोइंग और इनकमिंग के थे। रामनगर थाना प्रभारी निरीक्षक और क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्विनी पांडेय को सूचना मिली कि घटना में शामिल दो आरोपी राजघाट पुल से कहीं भागने के फिराक में है। इस पर टीम ने घेराबंदी करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।इसमें चौक थाना के भुलेटन निवासी मेराज खान और दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के नई सड़क निवासी अमन उर्फ अरशद ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रुपये के लेनदेन में मो. अफजल को मारा गया। चौक थाने के हिस्ट्रीशीटर मेराज ने पूछताछ में बताया कि 19 फरवरी की रात फोन करके अफजल को दुर्गा मंदिर पोखरा के पास बुलाया गया और उसे छककर शराब पिलाया गया, जब वह नशे में धुत हुआ तो घाट की सीढ़ियों पर उसका सिर टकराकर मौत के घाट उतारा गया।शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से पोखरे में फेंक फरार हो गए थे। डीसीपी काशी आरएस गौतम के अनुसार चौक थाने के हिस्ट्रीशीटर मेराज ने कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ लूट, हत्या, हत्या का प्रयास, जैसे कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं।