फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होंने पांच अप्रैल को कक्षा में पढ़ाने के दौरान हिंदू धर्म के देवताओं को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं। एक छात्रा ने इस संबंध ट्वीट करके कक्षा में लगे प्रोजेक्टर का स्क्रीन शॉट फोटो भी शेयर किया। इसके बाद यह स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया।
मामले के तूल पकड़ते देख एएमयू इंतजामिया ने डॉ. जितेंद्र को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम भी गठित कर दी। इसके बाद डॉ. जितेंद्र ने अपने कृत्य पर कुलपति से माफी मांगी लेकिन उनको निलंबित कर दिया गया है। वहीं, इस मामले में एएमयू के पूर्व छात्र व भाजपा नेता डॉ. निशित शर्मा की तहरीर पर थाना सिविल लाइन में धारा 295ए, 153ए, 298, 505 भादवि में डॉ. जितेंद्र कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
इंतजामिया ने प्रथमदृष्टया मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉ. जितेंद्र को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है। डॉ. कुमार को जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जेएन मेडिकल कालेज में हमारे भगवान, देवताओं के प्रति अमर्यादित और भ्रमित करने वाली टिप्पणी की गई है। इससे हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसी टिप्पणी करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जब मुझे इसकी जानकारी हुई तो मैंने थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।