कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) फिर बंद कर दिया गया है। हालांकि इविवि में 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश घोषित है, लेकिन विश्वविद्यालय खुलने के बाद तीन जनवरी से सिर्फ ऑनलाइन मोड में कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। केवल शोधार्थियों को अपने सुपरवाइजर की अनुमति से परिसर में प्रवेश दिया जाएगा। विश्वविद्यालय केवल आंतरिक कार्यों के लिए खुलेगा। इस बाबत इविवि प्रशासन की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
कोविड के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 20 माह से अधिक समय तक स्नातक की ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन ठप रहा। 17 दिसंबर से स्नातक की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की गईं और एक दिन की पढ़ाई के बाद 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश हो गया। स्नातक की कक्षाओं से कुछ दिनों पहले ही परास्नातक की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की गईं थीं। वहीं, शोधार्थियों को पहले से ही परिसर में प्रवेश की अनुमति दे दी गई थी। सबकुछ पटरी पर आने लगा था, लेकिन ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव के कारण इविवि प्रशासन को परिसर फिर से बंद करने का निर्णय लेना पड़ा।
तीन जनवरी से खुलना था विवि
31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश है। एक एवं दो जनवरी को शनिवार और रविवार का साप्ताहिक अवकाश होगा। तीन जनवरी से विश्वविद्यालय खुलना था। इविवि की पीआरओ डॉ. जया कपूर के अनुसार शीतकालीन अवकाश के बाद केवल ऑनलाइन मोड में स्नातक एवं परास्नातक की कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। सभी शिक्षक विभागों में आकर ऑनलाइन मोड में कक्षाएं लेंगे।
सभी विभागाध्यक्ष एवं प्रॉक्टर सुनिश्चित करेंगे कि परिसर या हॉस्टल में नए साल का समारोह न आयोजित किया जाए। शिक्षकों, कर्मचारियों, शोधार्थियों एवं छात्रों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने की सलाह दी गई है। सभी को निर्देश दिए गए हैं कि सांस में तकलीफ, बुखार या अस्वस्थ होने के अन्य लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अपने रिपोर्टिंग अफसर को सूचित करें और परिसर छोड़ दें।