एक सप्ताह से मंदाकिनी नदी में बाढ़ आने से रामघाट समेत नदी किनारे बसने वाले लोगों में भय का माहौल रहा है। इधर शनिवार व रविवार दो दिनों में झमाझम वर्षा ने आफत बढ़ा दी है। एक सप्ताह में दो बार मंदाकिनी नदी उफान पर रहीं। जलस्तर बढ़ने से रामघाट स्थित घोड़ासी टेंपो स्टैंड से पानी सड़क पर आने से प्रशासन ने आवागमन पर रोक लगा दी है। तीर्थ क्षेत्र गुप्त गोदावरी, सती अनुसुइया आश्रम, स्फटिक शिला के आसपास के लोगों को प्रशासन ने खाली करवाया है। हालांकि सीतापुर यूपी टूरिस्ट बंगले से वाया चितरा रोड होते हुए मप्र की ओर जाने दिया जा रहा है। मंदाकिनी नदी मप्र की सीमाओं में भी विकराल रूप धारण कर लिया है। पूरा रामघाट जलमग्न हो गया है। मंदाकिनी नदी में बाढ़ देखने के लिए सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। रामघाट किनारे बसने वाले दुकानदार दुकानें खाली कर ऊपरी स्थान पर जा चुके हैं। बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। पुलिस, प्रशासन के अधिकारी लोगों को अलर्ट कर रहे हैं। इधर पयस्वनी डायवर्जन से पानी का बहाव काफी तेज होने से ग्रामीण सांसत में है। बांध से गिरने वाले पानी का जलस्तर सतह तक चल रहा है। लोग इस नजारे को देखने के लिए उमड़ रहे हैं।
चित्रकूट और सतना डीएम की नजर
चित्रकूट। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला और सतना डीएम अजय कटेसारिया ने रामघाट, गुप्त गोदवरी, सती अनुसुईया पहुंच कर हालात का जायजा लिया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दुकानें खाली कराने के निर्देश दिए। जिससे कोई हताहत न हो सके। खतरे को देखते हुए बाढ़ चौकसी बढ़ाएं। बाढ़ से निपटने के इंतजाम पुख्ता रहें। चित्रकूट एसपी अंकित मित्तल और सतना एसपी धर्मवीर सिंह ने हर संभावित स्थल पर पुलिस कर्मियों के अलावा गोताखोरों को सतर्क रहने को कहा है। ख्ुाद माइक लेकर जगह जगह एलाउंस करते रहे। उधर मानिकपुर में एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव ने भी पूरी टीम के साथ बरदहा नदी में ऊफान के चलते संपर्क से टूटे गांव तक मदद पहुंचाने का काम करते रहे। (संवाद)
दीवार गिरी, पिता-पुत्र दबे
चित्रकूट/खोही। लगातार हो रही बारिश के चलते मत्यगजेन्द्रनाथ मंदिर के समीप की दीवार रविवार को ढहने से दुकानदार नीरज केसरवानी व पुत्र ओम केसरवानी मलबे में दब गए। आनन-फानन में लोगों ने बाहर निकाला और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसी क्रम में भरतकूप के सिलखोरी गांव के सुरेश का 12 वर्षीय पुत्र व छोटा पुत्र शिवम कच्ची दीवार के बगल में खेल रहे थे। अचानक दीवार गिरने से मिट्टी में दब गए। ग्रामीणों ने आनन-फानन बाहर निकाल कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। (संवाद)
तरौंहा का संपर्क टूटा
चित्रकूट। मुख्यालय के तरौंहा मार्ग में मंदाकिनी नदी का पानी आने के चलते संपर्क टूट गया। कच्ची छावनी के नीचे से इस्लामिया स्कूल के आगे तक जल भराव होने से लोग सांसत में आ गए। किसी तरह लोग गृहस्थी बचाने में जुटे रहे। नदी किनारे सब्जी की खेती करने वालों के सामने संकट आ गया। पूरी सब्जी की फसल बरबाद हो गई। कई लोगों के घरों में पानी भर गया है जिससे भय का माहौल है।
बरदहा नदी की बाढ़ में घिरे दर्जनों गांव
मानिकपुर। बरदहा नदी की बाढ़ की आगोश में फंसे दर्जनों गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। तीन दिनों से हो रही बारिश के चलते मऊ गुरदरी, पयासी पुरवा, चमरौहा, रानीपुर कल्याणगढ़, गिदुरहा, चरैया, भाठा, कल्याणपुर, करौहा आदि के ग्रामीण नदी में उफान के चलते आवश्यक कार्य नहीं कर पा रहे हैं। कस्बे से संपर्क टूट गया है। ग्रामीणों को रेस्क्यू कर आवश्यक दवाएं व खाद्य सामग्री पहुंचाई जा सकती है। बाढ़ को देखते हुए उप जिलाधिकारी प्रमेश श्रीवास्तव, तहसीलदार राजेश कुमार, नायब तहसीलदार विपिन कुमार राजस्व व पुलिस टीम के साथ बरदहा नदी के तटों में बसे ग्रामों पर नजर जमाये हुए है।