अलीगंज सेक्टर बी निवासी दिनेश अग्रवाल की तालकटोरा में आंख की दवाओं की एजेंसी है। दिनेश के मुताबिक वह बुधवार रात करीब 8 बजे दो मकान छोड़कर रहने वाली बेटी के घर चले गये थे। करीब 50 मिनट बाद वापस आये तेा घर का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार दस्तक दी लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद वह बेटी को सूचना दिये। कुछ दूर ही चले थे कि दो युवक भागते हुए निकल गये। वहीं जब वह अंदर जाने लगे तो देखा कि दरवाजा टूटा हुआ था। अंदर आलमारी से नकदी व जेवरात गायब थे। दिनेश के मुताबिक बदमाशाें ने आलमारी में रखी हुई नौ लाख रुपये की नकदी और रोज पहनने वाले जेवरात साफ लूट लिया।
दिनेश के मुताबिक उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अलीगंज पन्ने लाल यादव व एसीपी अखिलेश सिंह ने पड़ताल शुरू की। इसके बाद एडीसीपी प्राची सिंह व डीसीपी रईस अख्तर भी पहुंचे। काफी देर तक दिनेश अग्रवाल से पूछताछ की गई। इसके बाद उनके घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। डीसीपी रईस अख्तर के मुताबिक घर के अंदर दो बदमाश घुसे थे। बदमाशों ने अंदर लूटपाट की। जिसकी सीसीटीवी फुटेज में बदमाश दिखे है। दोनों ने चेहरा मास्क व रूमाल से ढंका हुआ था।
दिनेश अग्रवाल के मुताबिक बदमाशों ने जब धावा बोला तो उस वक्त घर पर सिर्फ गार्ड था। बदमाशों ने उसे असलहा दिखाकर कब्जे में लिया। उसकी पिटाई की और बाथरूम में बंद कर दिया। इसके बाद तीन से चार बदमाश उसके पास थे। वहीं एक बदमाश बाहर खड़ा होकर पहरा देने लगा। इस दौरान दो बदमाश अंदर दाखिल हुए थे। जिन्होंने बडे़ आराम से 10 से 15 मिनट तक घर के अंदर लूटपाट किया। इस दौरान लॉबी के पास के सभी कमरों में गये। वहां से नकदी व जेवरात बटोरा। बदमाशों के हाथ में हथियार साफ दिख रहा था। एक ने हथौड़ा भी लिया था। दिनेश के मुताबिक बदमाशों की संख्या करीब 5 से 7 रही है। उनको संदेह है कि बदमाशों में दो पुराने नौकर भी शामिल थे। जिनको उनकी परिवार के लोगों ने पहचान लिया है।
वारदात अलीगंज थाने से महज चंद कदमों की दूरी पर हुई । इसको छिपाने की पुलिस ने पूरी कोशिश की। लेकिन सफल नहीं हो सके। पुलिस इसके बाद वारदात को डकैती की जगह चोरी की बताई। सीसीटीवी फुटेज का हवाला दिया। जिसमें दो बदमाशों के अंदर जाने की बात कही। लेकिन जब गार्ड के बंधक बनाने की बात सामने आई तब भी चोरी की बात कही जा रही थी। इसी बीच सोशल मीडिया पर अंदर और बाहर की कई सीसीटीवी फुटेज वायरल हुई तो पुलिस अधिकारियों ने सुर बदला और लूट की बात कहनी शुरू कर दी। हालांकि फुटेज में साफ दिख रहा था कि बदमाशों की संख्या अंदर व बाहर मिलकार 5 से 7 के बीच है।
डीसीपी उत्तरी रईस अख्तर के मुताबिक दिनेश अग्रवाल ने वारदात में शामिल बदमाशों में दो को पहचान लिया है। दोनों उनके पुराने नौकर अमन व विकास है। दोनों दिसंबर महीने में भी इनके घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। जिसका खुलासा पुलिस ने किया था। हालांकि डीसीपी के इस बात का खंडन कारोबारी ने किया। कहा कि पुलिस चोरों की तलाश कर रही थी। इसी बीच बदमाशो ने कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक का स्टे हासिल कर लिया। डीसीपी के मुताबिक बदमाशों के अलावा दिनेश का गार्ड भी सीतापुर का है। बदमाशों की तलाश में दो टीमों को सीतापुर के लिए रवाना कर दिया गया है। गार्ड को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।
दवा कारोबारी दिनेश अग्रवाल के घर दो से तीन बदमाशों ने लूटपाट की है। सीसीटीवी फुटेज में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। जिसके आधार बदमाशों की तलाश की जा रही है। कारोबारी ने दो पुराने नौकरों पर संदेह जाहिर किया है। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। बदमाशों की संख्या के बारे में अभी पुष्टि नहीं हुई है। कारोबारी के घर व आसपास के इलाकों की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।