नई दिल्ली (17 सितंबर): एक बार फिर दुनिया के सामने पाकिस्तान की ना’पाक’ साजिश का खुलासा हुआ है। यह साजिश सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। पाकिस्तान और ज्यादा और बड़े परमाणु बम बनाने की कर रहा है तैयारी। इसका खुलासा अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञों ने सैटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से किया है। वैश्विक सुरक्षा पर रिसर्च करने वाली पत्रिका ‘IHS जेन्स इंटेलिजेंस’ ने अपने नए संस्करण में ये तस्वीरें प्रकाशित की हैं। IHS जेन्स इंटेलिजेंस के मुताबिक पाकिस्तान राजधानी इस्लामाबाद से करीब 30 किलोमीटर दूर कहुटा में नई न्यूक्लियर साइट बनाने जा रहा है। यह नया केंद्र 1.2 हेक्टेयर में फैला हुआ है। एक अमेरिकी सैन्य सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों ने भी इसकी पुष्टि की है। ये तस्वीरें 28 सितंबर 2015 और 18 अप्रैल 2016 को ली गई थीं। माना जाता है कि आज की तारीख में पाकिस्तान के पास 120 से ज्यादा न्यूक्लियर हथियार हैं जो भारत, इजरायल और उत्तरी कोरिया से ज्यादा है। जानिए कैसे पाकिस्तान तेजी से बढ़ा रहा है अपने परमाणु हथियार…
- डिफेंस एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस्लामाबाद के नजदीक कहुटा में बन रही नई न्यूक्लियर साइट।
- वैश्विक सुरक्षा पर रिसर्च करने वाली पत्रिका ‘IHS जेन्स इंटेलिजेंस’ ने किया है खुलासा।
- IHS के एक्सपर्ट के मुताबिक साइट की तस्वीरें देखकर लगता है कि स्ट्रक्चर बहुत बड़ा है।
- कहुटा में खान रिसर्च लैबोरेट्रीज में स्थित इस नई साइट का एरिया करीब 1.2 हेक्टेयर है।
- कार्नेजी एंडोमेंट फार इंटरनेशनल पीस एंड द स्टीमसन सेंटर ने 2015 में किया था खुलासा।
- पाकिस्तान इससे हर साल 20 न्यूक्लियर हथियार बनाने की क्षमता हासिल कर लेगा।
- पाकिस्तान का यह धोखा न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप की नियमों का उल्लघंन है।
- IHS का कहना है कि यहां न्यूक्लियर फ्यूल कंपनी URENCO ने भी कई फैसिलिटीज जुटाई हैं।
पाकिस्तान का परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम…
- पाकिस्तान में 1955 में परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना हुई थी।
- 1964-1965 में परमाणु ऊर्जा आयोग का पुनर्गठन किया गया।
- 1972 में पाकिस्तान ने पहला परमाणु ऊर्जा स्टेशन स्थापित किया।
- कनाडा की मदद से कराची से 15 किमी दूर पश्चिम में प्लांट स्थापित किया।
- कराची परमाणु ऊर्जा स्टेशन की क्षमता 137 मेगावाट बताई गई।
- बाद में चीन की मदद से पंजाब के चश्मा परमाणु प्लांट की स्थापना की गई।
- सितम्बर 2000 में इसकी उत्पादन क्षमता 335 मेगावाट बताई गई।
- चश्मा में तीन और न्यूक्लियर पावर प्लांट काम कर रहे हैं।
- पावर प्लांट-2,3 और 4 की उत्पादन क्षमता 340 मेगावाट है।
- पाकिस्तान चीन की सहायता से रावलपिंडी के पास खुशाब में संयंत्र लगा चुका है।
- खुशाब में भी चार परमाणु संयंत्र पहले से ही काम कर रहे हैं।
- इन चारों पावर प्लांट की उत्पादन क्षमता 200 मेगावाट है।
- इसके अलावा पाकिस्तान कराची में दो और परमाणु संयंत्र की योजना बना रहा है।
- पाकिस्तान में कुल 9 परमाणु संयत्र काम कर रहे हैं।
- लेकिन कुल बिजली उत्पादन का 3.5 फीसद ही इसमे पैदा होती है।
पाक का परमाणु बम जा सकता है आतंकियों की हाथ में
मार्च 2016- अमेरिकी थिंक टैंक हार्वर्ड केनेडी स्कूल की रिपोर्ट… जारी रिपोर्ट प्रीवेंटिंग न्यूक्लीयर टेररिज्म कंटिन्युअस इम्प्रूवमेंट ऑर डेंजरस डिक्लाइन में यह कहा गया है कि पाकिस्तान में परमाणु चोरी का खतरा बहुत बढ़ गया है। इसके अनुसार पाकिस्तान के परमाणु जखीरे का विस्तार हो रहा है।
जनवरी 2016- कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (CRS) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ‘भारत को डराने के लिए पाक ने तैनात कर रखे हैं 130 परमाणु हथियार’… रिपोर्ट में चिंता जाहिर की गई है कि इस्लामाबाद के शक्ति संतुलन सिद्धांत के कारण दक्षिण एशिया में दो पड़ोसी देशों के बीच परमाणु संघर्ष का खतरा बढ़ गया है।
अप्रैल 2015 में न्यूयार्क टाइम्स के लेख में लिखा, दक्षिण एशिया की स्थिरता के लिए पाकिस्तान सबसे बड़ा सिरदर्द… पाकिस्तान की सेना पूरी तरह से परमाणु बम पर निर्भर है। वह अपनी रक्षा के लिए भारत पर परमाणु हमला करने से नहीं चूकेगा।
अगस्त 2015- अमेरिकी थिंक टैंक कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस और स्टिम्सन सेंटर की रिपोर्ट…10 साल में न्यूक्लियर पावर वाला तीसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा पाकिस्तान अगले दस साल में उसके पास 350 परमाणु हथियार हो जाएंगे।