उत्तर प्रदेश में लगातार कोशिशों से कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। संक्रमण दर न्यूनतम स्थिति में है। वर्तमान में 2,264 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। प्रदेश की कोविड रिकवरी दर 98.5 फीसदी हो गई है, जबकि बीते 24 घंटे में पॉजिटिविटी दर 0.06 फीसदी पाई गई, जबकि कोविड काल की अब तक ओवरऑल पॉजिटिविटी दर 2.9 फीसदी रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को टीम-9 के साथ बैठक में आदेश दिया कि कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बाद भी एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखी जाए। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ 88 लाख 75 हजार 21 टेस्ट हो चुके हैं। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है। विगत 24 घंटे में प्रदेश में 2 लाख 48 हजार 333 कोविड टेस्ट किए गए। इसी अवधि में संक्रमण के 128 नए मामले आये हैं, जबकि 305 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हुए हैं।
उन्होंने कहा कि एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट की नीति के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। 3 जुलाई तक 3 करोड़ 26 लाख 9 हजार 923 वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 1 करोड़ 2 लाख से अधिक डोज 18 से 45 आयु वर्ग के लोगों को लगाई गई है जबकि 48 लाख 22 हजार प्रदेशवासियों ने वैक्सीन की दोनों खुराक प्रॉप्त कर ली है। टीकाकरण की सुगमता के लिए केवल उन्हीं को केंद्र तक बुलाया जाए, जिनका टीकाकरण होना है। टीकाकरण के लिए टाइम स्लॉट जारी कर वैक्सीनेशन किया जाए।
सभी विभागों में रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया तेज की जानी अपेक्षित है। युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा नवीन पैटर्न पराधारित ‘प्रारंभिक अर्हता परीक्षा कराई जा रही है। एकीकृत चयन की यह व्यवस्था युवाओं को न केवल बार-बार आवेदन पत्र भरने के खर्चों से बचाने वाला होगी बल्कि एक ही परीक्षा के माध्यम से सेवायोजन के अनेक अवसर भी मिल सकेंगे। 20 अगस्त को प्रस्तावित पीईटी के लिए अभ्यर्थियों को उनकी सुविधा वाले जनपदों में ही परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाएं। सभी जनपदों में साफ-सुथरे रिकॉर्ड वाले संस्थानों को ही परीक्षा केन्द्रों बनाएं।