आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की ओर से आयोजित सुदर्शन भारत परिक्रमा के लिए ब्लैक कैट कार रैली को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एनएसजी अपने अदम्य साहस व शौर्य के लिए जाना जाता है। यह हमेशा संवेदनशील स्थिति में पूरे देश में जहां भी समाज में भय और असुरक्षा का माहौल रहा, वहां सुरक्षा व राहत देने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल 15 अगस्त को हम 75वीं वर्षगांठ मनाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को आजादी की कीमत बताने की जरूरत है। आजादी अचानक नहीं मिली है। इसके लिए अनगिनत बलिदान दिए गए हैं। आजादी के अमृत महोत्सव को पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया जा रहा है। समाज का हर वर्ग इससे जुड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की स्वाधीनता आंदोलन का प्रमुख केन्द्र बिन्दु रहा है।
प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम की अलख बलिया, गोरखपुर और मेरठ में जली थी। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के संघर्ष को भूला नहीं जा सकता। इसी तरह बलिया में मंगल पांडेय और मेरठ में धनपाल सिंह कोतवाल के नेतृत्व में ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती दी गयी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 फरवरी 1922 को गोरखपुर के चौरी-चौरा में बड़ा आंदोलन हुआ था। इसके उपलक्ष्य में चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा।
बता दें कि इस रैली को 2 अक्तूबर को दिल्ली के लाल किला से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। तीन अक्तूबर को यह रैली आगरा पहुंची और आज लखनऊ पहुंची है। यह कार रैली देश के 12 राज्यों के लगभग 18 शहरों से होते हुए 7500 किलोमीटर का सफर तय कर 30 अक्तूबर को वापस दिल्ली पहुंचेगी। यह रैली दिल्ली, आगरा, लखनऊ, वाराणसी, बोधगया, जमशेदपुर, कोलकाता, भुवनेश्वर, बेहरामपुर, विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा, हैदराबाद, ओंगोल, चेन्नई, बंगलुरु, हुबली, मुम्बई, अहमदाबाद, जयपुर होते हुए वापस नई दिल्ली पहुंचेगी। यह रैली अपनी यात्रा के दौरान स्वाधीनता आन्दोलन से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण कर देशभक्तों को श्रद्धांजलि देगी। इस अवसर पर डीजीपी मुकुल गोयल और एनएसजी के डीजी एमए गणपति सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।