वैश्विक संकेतों को देखते हुए घरेलू बाजार में बुधवार को सोने की कीमत में तेजी आई। डॉलर में नरमी से भी पीली धातु की कीमत प्रभावित हुई। बुधवार को एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.15 फीसदी यानी 72 रुपये बढ़कर 47,936 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की बात करें, तो यह 0.31 फीसदी (210 रुपये) की तेजी के साथ 68,124 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से 8264 रुपये नीचे है।
मिश्रित वैश्विक संकेतों के कारण सोना सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। डेल्टा वैरिएंट के मामले फैलने से बढ़ती चिंताओं ने सोने में गिरावट को सीमित कर दिया है। व्यापारी और निवेशक सतर्क हैं। पिछले सप्ताह भारत में भौतिक सोने की मांग कमजोर रही क्योंकि बढ़ती कीमतों से खुदरा खरीद प्रभावित हुई। पिछले एक महीने में कीमती धातुओं की हाजिर कीमत लगभग सपाट रही है। बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों, असमान वैश्विक आर्थिक सुधार और डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव से कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित होती है।
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार हाजिर बाजार में गुरुवार को उच्चतम शुद्धता वाला सोना 48,017 रुपये प्रति 10 ग्राम, जबकि चांदी 67,752 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकी।
वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत
वैश्विक बाजारों में आज हाजिर सोना 0.2 फीसदी बढ़कर 1,814.27 डॉलर प्रति औंस हो गया। अमेरिकी सोना वायदा 0.1 फीसदी बढ़कर 1,816.00 डॉलर प्रति औंस हो गया। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.4 फीसदी बढ़कर 25.65 डॉलर प्रति औंस पर रही। पैलेडियम 0.2 फीसदी ऊपर 2,652.99 डॉलर और प्लैटिनम 0.1 फीसदी बढ़कर 1,050.39 डॉलर पर रहा।
अप्रैल-जून तिमाही में 19 फीसदी बढ़ी भारत में सोने की मांग
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अप्रैल-जून तिमाही में भारत में सोने की मांग 19.2 फीसदी बढ़ी और यह 76.1 टन पर पहुंच गई। पिछले साल महामारी को रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट ‘2021 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग के रुझान’ में कहा गया कि कैलेंडर वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में सोने की कुल मांग 63.8 टन थी।