समाजवादी पार्टी में पिछले कई दिनों से जारी घमासान जल्द खत्म हो सकता है. मुलायम सिंह के रुख में आई नरमी के बाद माना जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच जल्द ही सहमति बन सकती है. मंगलवार को लखनऊ में मुलायम सिंह के साथ अखिलेश यादव की मीटिंग हुई. ये बैठक करीब पौने दो घंटे चली. बंद दरवाजे के पीछे हुई अखिलेश और मुलायम की इस मुलाकात से कयास लगाए जा रहे हैं कि सुलह पर सहमति बन गई है.
इससे पहले मुलायम सिंह यादव सोमवार को चुनाव आयोग गए और पार्टी चिह्न साईकिल पर दावा जताया. मुलायम सिंह ने कहा कि पार्टी सिंबल पर फैसला आयोग करेगा. हमने अपनी बात चुनाव आयोग के सामने रख दी है. इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने अमर सिंह और शिवपाल के साथ मीटिंग कर इस मामले पर चर्चा की. मुलायम सिंह के साथ अमर सिंह भी चुनाव आयोग गए थे. 9 जनवरी को चुनाव आयोग के सामने जवाब दाखिल करने का आखिरी दिन था.
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इस बीच, अखिलेश गुट ने भी चुनाव आयोग से मिलकर पार्टी सिम्बल पर अपना दावा पेश किया. रामगोपाल यादव ने कहा कि पार्टी सभी जरूरी दस्तावेज पहले ही पेश कर चुकी है और आयोग से जल्द फैसले का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग साइकिल को फ्रीज कर देता है तो ऐसे हालात में वो आयोग से ‘मोटरसाइकिल’ को चुनाव-चिह्न के लिए मांग करेंगे.
इससे पहले, चुनाव आयोग के सामने अपनी बात रखने के बाद मुलायम सिंह मीडिया से मुखातिब हुए. मुलायम सिंह ने कहा कि पार्टी सिंबल पर फैसला आयोग करेगा. हम एक पत्र जारी करेंगे उसी के आधार पर उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. मुलायम सिंह ने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं हैं. जो थोड़े-बहुत हैं वे जल्द ही सुलझा लिए जाएंगे. मुलायम सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा. साथ ही कहा कि बेटे से कोई मतभेद नहीं है. मुलायम सिंह ने कहा कि कुछ लोग अखिलेश को बहका रहे हैं. अखिलेश बेटा है क्या किया जा सकता है. जल्द सभी मतभेद सुलझ जाएंगे.