कृष्णानगर के कानपुर रोड स्थित लोकबंधु अस्पताल में शनिवार दोपहर इलाज के दौरान पांच साल के रुद्राक्ष उर्फ सत्यम की मौत हो गई थी। रविवार दोपहर चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने अस्पताल के पास चौराहे पर मासूम का शव रखकर जाम लगा दिया। ये लोग चिकित्सकों के खिलाफ नारेबाजी और मुआवजे की मांग करने लगे। करीब तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के कारण पूरे इलाके में यातायात व्यवस्था प्रभावित रही। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया।
मृतक बच्चे के परिवारीजन दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे में 20 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। जाम व प्रदर्शन की सूचना मिलते ही आसपास के तीन थानों की पुलिस मौके पर बुला ली गई। एसीएम-3 संत कुमार और क्षेत्राधिकारी कृष्णानगर अमित कुमार राय भी मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने परिवारीजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन सब बेकार रहा। करीब तीन घंटे तक खींचतान चलती रही। पुलिस जैसे ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश करती तो हंगाम शुरू हो जाता।
इस दौरान पूरे इलाके की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। आखिरकार पुलिस ने आसपास के रास्तों की तरफ वाहनों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया। करीब तीन बजे पुलिस और प्रशासन की टीम परिवारीजनों को समझाने में सफल हो सकी। दोनो अधिकारियों ने दोषियों पर कार्रवाई और उचित मुआवजे का आश्वासन दिया। एसीएम-3 ने लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।
एसीएम-3 संत कुमार ने बताया कि सत्यम की मौत बीमारी के कारण हुई थी। यह कोई हादसा नहीं है। पीड़ित परिवारीजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से उचित आर्थिक मदद दिलाने के लिए पत्राचार किया जाएगा। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की असली वजह सामने आएगी। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।