बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि संसद में जो भी सांसद और दल हंगामा कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. लोकसभा में विपक्षी दलों द्वारा किए जा रहे हंगामे के बीच लालकृष्ण आडवाणी ने संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार से कहा, ‘ये चर्चा नहीं कर रहे, रोज-रोज हंगामा करते हैं… या तो कोई रास्ता निकले या स्पीकर उनको बाहर करें.’ आडवाणी ने यह भी कहा कि जो सांसद हंगामे से बाज नहीं आते उनका वेतन काट लिया जाना चाहिए.
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गौरतलब है कि नोटबंदी के खिलाफ संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों के हंगामे की वजह से सदनों का कामकाज नहीं चल पा रहा, सत्ता पक्ष और विपक्ष में काफी लंबे समय से गतिरोध बना हुआ है. बुधवार को भी दोनों सदनों राज्यसभा एवं लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. संसद के शीतकालीन सत्र में अब तक नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामे के चलते कोई विधायी काम नहीं हो पाया है. लोकसभा में नियम के तहत वोटिंग कराकर चर्चा कराने पर विपक्ष अड़ा है, तो वहीं राज्यसभा में भी प्रधानमंत्री मोदी से माफी की मांग को लेकर विपक्ष हंगामा कर रहा है. तमाम मसलों पर विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से संसद का कीमती समय बर्बाद होता है और इस तरह संसद चलाने के लिए जरूरी करोड़ों रुपये स्वाहा हो जाते हैं. हंगामा करने वाले सांसदों या दलों के खिलाफ कोई खास कार्रवाई भी नहीं की जाती. हालांकि, इसके लिए सिर्फ कांग्रेस या अन्य मौजूदा विपक्षी दलों को ही दोष नहीं दिया जा सकता, बीजेपी जब सत्ता में नहीं थी, तो उसने भी कई मसलों को लेकर काफी लंबे समय तक संसद नहीं चलने दी थी.