अंतू थाना क्षेत्र के पूरे भैया गांव के रहने वाले रितेश पाल सेना के इंजीनियरिंग कोर में नायक के पद पर कार्यरत थे। इस समय उनकी पोस्टिंग हिमाचल प्रदेश के मनाली में थी। शुक्रवार की सुबह वहां पर भारी बरसात हुई थी तथा भारी बर्फ पड़ी थी। मनाली के कलिंग सराय के लाहौल प्रीती स्थान पर जो कि मनाली लेह हाईवे पर स्थित है। वहां पर वह अपनी पार्टी के साथ सड़क पर मशीन से बर्फ हटवा रहे थे। अचानक पहाड़ का टुकड़ा टूट कर गिर पड़ा। भूस्खलन की चपेट में आने से वह करीब 100 फीट खाई में गिर पड़े। सेना के जवानों ने उन्हें बाहर निकालास लेकिन तब तक रितेश पाल देश के लिए शहीद हो गए थे ।
उनकी यूनिट के अधिकारियों ने सेना में ही तैनात उनके छोटे भाई को उनके शहीद होने की सूचना दी। तब से उनके परिवार में मातम छाया हुआ था। शहीद रितेश पाल के शव का पोस्टमार्टम हिमाचल के सेना के हेड क्वार्टर केलांग में किया गया। वहां पर सेना के अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहां से नायब सूबेदार अजय कुमार के नेतृत्व में सेना के जवानों ने अपनी सेना की गाड़ी से सड़क मार्ग से शहीद के शव को सेना के हेडक्वार्टर प्रयागराज लेकर आए। वहां से रोड के द्वारा शहीद का शव जनपद मुख्यालय पहुंचा तो रात में ही जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया। वहां पर हजारो की भीड़ इकट्ठा हो गई।
रविवार की सुबह करीब 10 बजे शहीद रितेश पाल के शव को सेना के ही वाहन में रखकर अंतिम दर्शन के लिए शहीद की शवयात्रा निकाली गई, जो पोस्टमार्टम हाउस पूरे केशवराय से शुरू होकर मुख्यालय के अंबेडकर चौराहा कंपनी गार्डन होते हुए अंती का पुरवा शुकुलपुर रामनगर होते हुए पूरे भैया स्थित शहीद के घर पहुंची। वहां पर हजारों की भीड़ बरसात में भी शहीद के शव का इंतजार कर रही थी। शहीद की पत्नी सुशीला मां सुशीला देवी पुत्र प्रतीक पुत्री अनन्या भाई पिता मूलचंद्र पाल तथा परिवार के अन्य सदस्य शहीद के शव से लिपट कर रोने लगे।
शहीद के शव को अंतिम दर्शन हेतु रखा गया वहां लोग शहीद की एक झलक पाने के लिए बेताब थे। वहां मौजूद हजारों लोगों की आंखें नम हो गईं। जिलाधिकारी डॉ नितिन बंसल, पुलिस अधीक्षक सतपाल, अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेंद्र कुमार द्विवेदी शहीद के शव के साथ ही चल रहे थे। सांसद संगम लाल गुप्ता सदर, विधायक राजकुमार पाल, जिला अधिकारी डॉक्टर नितिन बंसल, पुलिस अधीक्षक सतपाल ने शहीद रितेश पाल के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ा कर अपनी तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व विधायक तथा भाजपा नेता बृजेश मिश्र सौरभ, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह के प्रतिनिधि दिनेश शर्मा, सपा नेता शांति सिंह, कांग्रेस नेता नीरज तिवारी, कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के प्रतिनिधि विनोद पांडे, संतोष दुबे, अंजनी सिंह सहित अनेक नेताओं प्रधानों, बीडीसी सदस्यों और समाजसेवियों ने भी शहीद रितेश पाल के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाकर अपनी तरफ से शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित की हजारों की भीड़ में जब तक सूरज चांद रहेगा रितेश तेरा नाम रहेगा वंदे मातरम भारत माता की जय के नारे के साथ आसमान गूंजता रहा।
सभी की आंखें नम थीं। वहां से शहीद के शव को अंतिम संस्कार के लिए हजारों की भीड़ के साथ भारत माता की जय के नारे के बीच घर से 500 मीटर दूर बाग में बने अंत्येष्टि स्थल पर पुष्प वर्षा के साथ ले जाया गया। वहां पर शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए चिता पर रखा गया तथा शहीद के सम्मान में प्रयागराज से सेना के आए जवानों ने गार्ड आफ आनर दिया। शहीद रितेश पाल के पिता मूलचंद ने रविवार की दोपहर करीब 12 बजे अपने पुत्र शहीद रितेश पाल के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। वहां भी भारत माता की जय वीर शहीद रितेश पाल अमर रहे के नारे लग रहे थे तथा सभी की आंखें नम थी शहीद के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है ।