जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह का कहना है कि तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। अगले दस दिनों में केस बढ़ने का अनुमान है। 45 रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) गठित कर दी गई हैं। संक्रमण नियंत्रण के लिए सभी विभागों के साथ बैठक की गई है। सभी विभाग प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। आकस्मिक स्थिति में संक्रमण से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा लोगों से अपील है कि वह मास्क लगाकर रहें। बेवजह घर से बाहर न निकलें। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग घर पर ही रहें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि नए संक्रमण की रफ्तार तेज है। जितने मरीज पहले छह दिनों में मिले थे उससे कहीं अधिक रविवार और सोमवार को मिले हैं। 26 जनवरी तक संक्रमण को लेकर विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा बाजारों में रैंडम सैंपलिंग मंगलवार से शुरू हो सकती है। सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। होम आइसोलेशन में भर्ती मरीजों की निगरानी कंट्रोल रूम से फोन के जरिये की जा रही है।
कोरोना संक्रमित मरीज बाजारों में घूम रहे हैं। उनमें कोई लक्षण नहीं है। जिसके कारण उन्हें खुद नहीं पता कि वह संक्रमित हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कैंट क्षेत्र निवासी दो युवक शुक्रवार को संक्रमित मिले थे। उन्हें बाहर जाना था तब उन्होंने जांच कराई। तब उन्हें पता चला कि वह संक्रमित हैं। ऐसे में हो सकता है कि वह जांच से पहले सार्वजनिक स्थानों पर गए हों।