दिल्ली पर मंडरा रहा बिजली संकट

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दिल्ली में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी टाटा पावर डीडीएल ने अपने उपभोक्ताओं को मैसेज कर गुजारिश की है कि वह संभाल कर बिजली खर्च करें। टाटा पावर ने यह मैसेज इसलिए किया है क्योंकि देश इस वक्त कोयले की कमी से जूझ रहा है जिसके चलते बिजली के उत्पादन में आने वाले दिनों में परेशानी होगी।
वहीं अब दिल्ली सरकार ने भी राजधानी पर मंडरा रहे दिल्ली संकट के बारे में संज्ञान लिया है। कोयले की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख दिया है। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से दखल की मांग की है।

केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली में बिजली संकट पैदा हो सकता है। मैं खुद पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हूं। हम इस स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच मैंने प्रधानमंत्री को खत लिखकर इस मामले में दखल देने को कहा है।
बिजली के उत्पादन में रुकावट आने से बिजली की सप्लाई में भी दिक्कत आएगी जो अंततः उपभोक्ताओं को बिजली कटौती के रूप में झेलना होगा। ऐसे में टाटा पावर ने अपने ग्राहकों से संभालकर बिजली खर्च करने को कहा है ताकि कमी होने पर भी 24 घंटे आपूर्ति हो सके।

टाटा पावर मुख्यतः उत्तर पश्चिमी दिल्ली में बिजली सप्लाई करता है और इसी इलाके के ग्राहकों को यह मैसेज मिला है। टाटा पावर कोयले से उत्पादित होने वाली बिजली सप्लाई करता है और उसके पास अब सिर्फ दो दिनों का स्टॉक बचा है।

टीपीडीडीएल के सीईओ गणेश श्रीनीवासन ने जानकारी दी कि कोयले का स्टॉक कम होने के चलते दिल्ली को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि दिल्ली और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा उठाए जा रहे कदमों से राहत मिलने की पूरी उम्मीद है। हालांकि इस बारे में अभी दिल्ली सरकार का कोई पक्ष नहीं मिल सका है।
शनिवार को भेजे गए एसएमएस में लिखा है कि, ‘चूंकि पूरे उत्तर भारत में कोयल का सीमित स्टॉक बचा है तो दोपहर दो बजे से 6.00 बजे तक बिजली की सप्लाई में परेशानी आ सकती है। कृपया संभाल कर बिजली खर्च करें। जिम्मेदार नागरिक बनें। असुविधा के लिए खेद है।’ 

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