प्रदेश में टीबी को लेकर चल रहे अभियान में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल का असर दिख रहा है। उनकी पहल पर अधिकारियों और विभिन्न संस्थानों व संगठनों ने 38,047 बच्चों को गोद लिया। इससे टीबी पीड़ित इन बच्चों को बेहतरीन इलाज मिला।
राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लेने की परंपरा राज्यपाल ने शुरू कराई। इसका व्यापक असर दिखा है। इन बच्चों को पोषण सामग्री प्रदान करने के साथ ही उनके घर परिवार वालों के साथ बैठकर उनका मनोबल बढ़ाने का भी कार्य किया जा रहा है। जिससे बच्चे जल्दी बीमारी को मात दे सकें।
उन्होंने बताया कि देश में वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के संकल्प लिया गया है। टीबी मरीजों का पंजीयन होने पर हर माह 500 रुपये उनके खाते में भेजा जा रहा है। प्रदेश में अब तक 2351 टीबी चैंपियन चुने गए हैं। टीबी से ठीक होने के बाद इन्हें प्रशिक्षित किया गया। अब ये टीबी मरीजों को अपना अनुभव बताकर उन्हें निरंतर दवा खाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।