गोविंदपुर में चार जनवरी को रोजगार के लिए प्रदर्शन करने वाले तकरीबन छह सौ छात्रों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। कई कोचिंग संस्थानों के संचालकों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। छात्रों के खिलाफ बलवा और महामारी एक्ट के साथ साथ 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट जैसी धाराएं भी लगाई गई हैं।
चार जनवरी को गोविंदपुर में बड़ी संख्या में छात्रों ने रोजगार न मिलने पर थाली बजाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया था। छात्रों का हुजूम इतना बड़ा था कि पुलिस को प्रदर्शन खत्म कराने में करीब ढाई घंटे लग गए थे। इस मामले की जांच के बाद शिवकुटी थाने के दरोगा अश्विनी कुमार ने आधा दर्जन से अधिक कोचिंग संस्थानों के संचालकों और करीब 600 छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों को कोचिंग संचालकों ने ही उकसाया था, जिसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। वे अपने हाथों में भय फैलाने के लिए डंडे लिए थे। प्रदर्शन से क्षेत्र में दहशत फैल गई और दुकानें बंद करा दी गईं थी। छात्रों के प्रदर्शन से इलाके में कई जगह जाम लग गया था।कोविड गाइडलाइन का भी उल्लंघन किया गया। छात्रों ने न सिर्फ गोविंदपुर बल्कि शिवकुटी इलाके के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन किया। वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर में और भी कई इलाकों में गए थे। एसओ शिवकुटी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।