सपा के 80 बनाम 20 (पिछड़े बनाम अगड़े) के जाल में उलझने के बजाय भाजपा उस पर भ्रष्टाचार, गुंडाराज व आतंकवाद के नाम पर आक्रामक प्रहार करेगी। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर रविवार रात भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में तय किया गया। इस दौरान पहले और दूसरे चरण की प्रचार की रणनीति पर मंथन किया गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी बैठक में मौजूद थे। इसमें तय किया कि पार्टी जनता के बीच सपा के प्रत्याशी चयन से लेकर चुनावी वादों पर सवालिया निशान लगाएगी। इस दौरान पश्चिमी यूपी में सपा, बसपा व कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा के बाद साफ हुई चुनावी तस्वीर के तहत चुनाव प्रचार की रणनीति पर चर्चा हुई। पार्टी जाट और जाटव समाज के बीच कैराना से पलायन, मुजफ्फरनगर दंगों, सपा की मुस्लिम तुष्टिकरण को मुद्दा बनाएगी। पार्टी के नेता, मंत्री और सांसद जिलों में जाकर मीडिया के जरिये सपा पर हमला बोलेंगे। पार्टी जाटों और जाटवों के बीच घर-घर पहुंचने की कोशिश करेगी। वहीं, परंपरागत वोट बैंक वाली जातियों से भी समानांतर संपर्क करेगी। बैठक में पार्टी के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद उपजे विरोध के सुरों को थामने और बगावत रोकने की योजना बनाई गई।बैठक में तीसरे और चौथे चरण के प्रत्याशियों के लिए जिलों और क्षेत्रों से आए पैनल पर भी विचार-विमर्श किया गया। वहीं पहले और दूसरे चरण की शेष रहीं आठ सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के लिए जिलों में रायशुमारी करने का निर्णय लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य नेताओं की वर्चुअल रैली कराने पर भी निर्णय किया गया।