सिविल अस्पताल में भर्ती शाहजहांपुर की छात्रा की हालत बुधावार को भी स्थिर बनी रही। अभी वह कुछ बातचीत ढंग से नहीं कर पा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि छात्रा के लिए अभी पांच दिन अहम हैं। डॉक्टर व स्टॉफ लगातार उसकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं छात्रा को ऑक्सीजन सपोर्ट भी हटा दिया गया है।सिविल अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि छात्रा अभी कुछ ढंग से बोल नहीं पा रही है। बुधवार को उसकी मां के जरिए बातचीत कराने की कोशिश की गई तो वह कुछ बोलने के बाद शांत हो गई। बताया छात्रा की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। उसके लिए पांच दिन अभी अहम है। छात्रा को संक्रमण से बचाने के लिए बाहर से आ रहे रिश्तेदारों से मिलने से भी रोका जा रहा है। वहीं डॉक्टर व नर्सिंग स्टॉफ लगातार उसकी सेहत पर नजर बनाए रखने संग दवाएं जारी रखे हुए हैं।
शाहजहांपुर से आए सपा के कई स्थानीय नेता व कार्यकर्ता बुधवार दोपहर पीड़ित छात्रा से मिलने से बर्न यूनिट में घुस गए। यह देख वहां पर मौजूद स्टाफ ने रोकने की कोशिश किया। छात्रा की सुरक्षा में लगी महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें किसी तरह अंदर जाने से रोका। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह समझाकर उन्हें वापस भेजा।
शाहजहांपुर में छात्रा को जलाने के मामले में उसने दिल्ली में रहने वाली बुआ से आपबीती बताई। छात्रा ने बताया कि जिस दिन घटना हुई उस दिन प्रैक्टिकल देने गई थी। उसकी सहेली उसे फोटो कॉपी कराने के बहाने ले गई। छात्रा अपनी फ्रेंड के पीछे चली गई लेकिन रास्ते में ही उसकी फ्रेंड गायब हो गई। अचानक तीन लड़के छात्रा को नशीला पदार्थ सुंघाकर सुनसान इलाके में उठा ले जाते है। पीड़िता ने अपनी बुआ को बताया कि उसकी फ्रेंड का रिश्तेदार व दो अन्य ने उससे गन्ने के खेत मे रेप करने की कोशिश की। छात्रा के विरोध कारण रेप नहीं कर सके। उसके बाद पेट्रोल जिंदा जलाने की कोशिश की। किसी तरह पीड़ित छात्रा ने खेत मे लोट लोट कर आग बुझाई। उसके बाद फिर बेहोश हो गई जब होश आया तो किसी तरह सड़क किनारे पहुंच कर मदद की गुहार लगाई।