समाजवादी पार्टी में चुनाव चिन्ह को लेकर घमासान जारी है. चुनाव आयोग में दोनों ही पक्ष पहुंचे हैं. 12 बजे से सुनवाई हो रही है. दोनों पक्ष पार्टी सिंबल साइकिल पर अपने दावे को लेकर बात रखेंगे. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश खेमे से रामगोपाल यादव चुनाव आयोग पहुंचे हैं. इस मामले पर फैसला आ सकता है. मुलायम सिंह के कुछ समर्थक भी चुनाव आयोग पहुंचे हैं. दूसरी ओर अखिलेश की तरफ से रामगोपाल यादव पहुंचे हैं. अखिलेश खेमे की ओर से वकील कपिल सिब्बल पक्ष रखेंगे.
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अखिलेश-मुलायम ने चुनाव आयोग में दी दलील
अखिलेश गुट की ओर से ये दलील दी गई है कि ज्यादातर विधायक और सांसद अखिलेश के साथ हैं, इसलिए चुनाव चिन्ह पर अखिलेश का ही हक है. जबकि मुलायम की दलील ये है कि वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. पार्टी उन्होंने बनाई है इसलिए साइकिल पर पहला हक उनका है. मुलायम ने ये भी कहा है कि जिस अधिवेशन में अखिलेश को अध्यक्ष बनाया गया वो अधिवेशन ही असंवैधानिक है.
जब्त भी हो सकता है चुनाव चिन्ह
दोनों पक्ष साइकिल पर अपनी अपनी दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन जो बड़े जानकार हैं उनका मानना है कि अगर किसी गुट ने साइकिल पर से दावा वापस नहीं लिया तो साइकिल जब्त भी हो सकती है. यूपी में चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है, पहले चरण का चुनाव 11 फरवरी को होना है. 17 जनवरी को नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू होनी है, इसलिए चुनाव आयोग 17 जनवरी से पहले ये विवाद सुलझा लेना चाहता है. अब नजर चुनाव आयोग पर है कि पिता पुत्र की इस लड़ाई में साइकिल किसकी होती है. वैसे मुलायम तो अखिलेश की पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का राज भी खोल चुके हैं.