चार महीने बाद देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस शनिवार से पटरी पर लौट रही है। लखनऊ जंक्शन से ट्रेन सुबह रवाना होगी। इसे लेकर शुक्रवार को आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने तेजस के संचालन को यात्री सुविधाओं के लिहाज से और बेहतर बनाने की बात कही। मालूम हो कि अक्टूबर, 2019 में लखनऊ से नई दिल्ली के बीच देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस का संचालन भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने शुरू किया था।
इसके बाद कोरोना संकट में ट्रेन बंद रही तथा बीच में चलाई भी गई तो यात्री नहीं मिलने के कारण बंद हो गई। अब फिर से तेजस पटरी पर लौट रही है।
ट्रेन शनिवार, रविवार, सोमवार और शुक्रवार को चलाई जाएगी। ट्रेन के रैक का शुक्रवार को मेंटेनेंस हुआ और ट्रेन होस्टेस से भी बातचीत की गई।
बता दें कि रेलवे बोर्ड ने हाल ही में अजित कुमार सिन्हा को आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक पद की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके बाद उन्होंने तेजस की तैयारियां को बारीकी से परखा।
तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को खानपान की सुविधा पहले की तरह ही मिलेगी। लखनऊ जंक्शन पहुंचने पर ट्रेन की रवानगी से पांच मिनट पहले तक यात्री टिकट ले सकते हैं।
40 प्रतिशत सस्ते रहेंगे टिकट
यात्रियों की सुविधा के लिए तेजस एक्सप्रेस की चेयरकार और एग्जीक्यूटिव क्लास में पहली 40 प्रतिशत सीटें इकोनोमी फेयर पर आरक्षित होंगी। इनका अधिकतम किराया सामान्य किराए से तीस प्रतिशत से ज्यादा नहीं होगा। वहीं, महीनेभर पहले टिकट बुक कर सकेंगे।
इतनी सीटें हैं खाली
सात अगस्त को तेजस की चेयरकार में 401 व एग्जीक्यूटिव क्लास में 35 सीटें खाली हैं। जबकि आठ अगस्त को चेयरकार व एग्जीक्यूटिव में क्रमश: 349 व 36 सीटें, नौ को 574 व 45 सीटें, 13 अगस्त को 621 व 50 और 14 को अगस्त को 621 व 49 सीटें रिक्त हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, सीटों की बिक्री में धीरे-धीरे वृद्धि होगी। हालांकि, दिल्ली रूट की अन्य ट्रेनों में भी सीटें खाली हैं। इसमें शताब्दी, लखनऊ मेल, गोरखपुर आनंदविहार, एसी एक्सप्रेस में भी सीटें खाली हैं।