जिला और महिला अस्पताल को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज बनाए जाने से पहले शासन ने सौ बेड के संयुक्त अस्पताल की स्थापना के लिए सीएमओ को आदेश दिया था। शासन के निर्देश पर शिवसत में अस्पताल का फाउंडेशन तैयार हो गया है। इसके बाद से कार्य ठप है। इधर, बगैर अस्पताल का भवन तैयार हुए शासन ने संयुक्त अस्पताल के संचालन के लिए उपकरण खरीद के नाम पर चार करोड़ 97 लाख 62 हजार तीन सौ 16 रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है।
जिला अस्पताल को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज बनाए जाने से पहले शासन ने पांच करोड़ के बजट से शहर से सटे शिवसत में 100 बेड के संयुक्त अस्पताल के निर्माण की मंजूरी दी थी। 2021 में संयुक्त अस्पताल का संचालन शुरू होना था। हालांकि अभी तक संयुक्त अस्पताल का भवन भी तैैयार नहीं हो सका है। दोमंजिला अस्पताल के लिए अभी तक महज फाउंडेशन तैयार कर पिलर खड़े किए जा रहे हैं। जबकि योगी सरकार ने मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू कर दिया है।
ऐसे में जिला और महिला अस्पताल की व्यवस्था जिले में नहीं है। संयुक्त अस्पताल का भवन तैयार होने से पहले ही शासन ने स्वास्थ्य विभाग को उपकरण खरीद के नाम पर चार करोड़ 97 लाख का भारी भरकम बजट स्वीकृत कर दिया है। मार्च तक इस बजट से उपकरणों की खरीदारी करनी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि बजट कहां खपाया जाए। अगर उपकरण खरीदे भी जाते हैं तो उन्हें कहां रखा जाएगा।
उधर, कार्यदायी संस्था का कहना है कि 2022 के अंत तक स्वास्थ्य विभाग को भवन हैंडओवर कर दिया जाएगा। 35 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस भवन के निर्माण के लिए अभी महज पांच करोड़ रुपये ही मिले हैं। जमीन समतल कराने में काफी बजट खर्च हो गया। जेई बीएन यादव ने बताया कि बजट मिल गया है। अब निर्माण कार्य में तेजी आएगी। 2021 के अंत तक भवन तैयार कराने का प्रयास किया जाएगा।