आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने इसकी जानकारी ट्वीटर पर साझा की है। उन्होंने कहा कि इस दान की मदद से एसएमआरटी के कार्य में तेजी आएगी। इसके तहत संस्थान में मल्टी सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल भी खुलेगा। आईआईटी कानपुर में खुलने वाले स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी में अब इंजीनियरिंग के साथ मेडिकल की भी पढ़ाई और चिकित्सा क्षेत्र की उपयोगिता के मुताबिक शोध किए जाएंगे। साथ ही उपकरण भी तैयार किए जाएंगे। पढ़ाई और शोध के अलावा विभिन्न गंभीर बीमारियों का इलाज भी होगा।
संस्थान को तैयार करने में निदेशक पूर्व छात्रों से मदद ले चुके हैं। जिसमें अभी तक पूर्व छात्र मुकेश पंत और हेमंत जालान ने 18-18 करोड़, डॉ. देव जोनेजा ने 19 करोड़, आरईसी फाउंडेशन ने 14.4 करोड़ और जेके ग्रुप की ओर से 60 करोड़ का दान दिया है।
इसी क्रम में निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने सोमवार को मुंबई में इंडिगो एयरलाइंस के को-फाउंडर राकेश गंगवाल से मुलाकात की। राकेश ने संस्थान से वर्ष 1975 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।
राकेश ने निदेशक के प्रोजेक्ट को सुनने के बाद 100 करोड़ रुपये अपने संस्थान आईआईटी कानपुर को दान दिया है। संस्थान के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि अब जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।