हरदोई के अतरौली निवासी राजेंद्र बेटों सुधीर व सचिन के साथ गोमतीनगर स्टेशन के पास झुग्गी-बस्ती में रहता है।
उसकी पत्नी गुड्डी आलमबाग स्थित मायके में बेटे साजन को लेकर रहती है। राजेंद्र सुबह डाला लेकर चला गया। वहीं, सुधीर अपने दोस्त अंकित के साथ घूमने निकल गया।
रास्ते में उसे उसका साथी नीरज मिल गया। वह अपने मालिक की बाइक से था। सुधीर ने उससे बाइक ले ली। इसके बाद तीनों ने रेस्टोरेंट में खाना खाया और फिर निकल पड़े।
पिकअप फ्लाईओवर से लोहिया अस्पताल की ओर मोड़ते ही तेज रफ्तार बाइक रेलिंग से टकरा गई। इसके बाद तीनों बाइक सवार बाइक समेत करीब 40 फीट नीचे गिरकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
घायल अंकित के मुताबिक बाइक चलाते समय नीरज ने सुधीर को गुदगुदी कर दी। इससे उसका नियंत्रण हट गया और हादसा हो गया। सूत्रों के मुताबिक सुधीर विभूतिखंड स्थित निजी कंपनी के कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। पड़ोसी अंकित से उसकी दोस्ती थी। दोनों साथ काम करते थे। वहीं, गोसाईंगंज के पुराना गल्लामंडी के नीरज से उनका परिचय था। वह विभूतिखंड स्थित दुकान में पेंटिंग का काम करता है।
नीरज को छोड़ने जा रहे थे
नीरज टिम्बर के मालिक मनोज तिवारी की बाइक लेकर आया था। वह रास्ते में दोनों से मिला। सुधीर ने नीरज को उसकी बाइक से दुकान पर छोड़ने की बात कही तो वह तैयार हो गया। इसके बाद सुधीर ने नीरज से बाइक चलाने के लिए ले ली। हादसे के वक्त नीरज बीच में और अंकित पीछे बैठा था।
सिर में चोट आने से हुई मौत
राहगीरों ने हादसे की सूचना विभूतिखंड पुलिस को दी। पुलिस ने तीनों को लोहिया अस्पताल पहुंचाया। यहां से उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। नीरज का पैर और अंकित की तीन पसलियां टूटी हैं। वहीं, सिर में गंभीर चोट आने से सुधीर की मौत हो गई। लोगों का कहना है कि सुधीर ने हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच जाती।