नदी का पानी बेल्हा देवी मंदिर के करीब सैकड़ों मकानों में घुस गया। इससे भयभीत लोगों ने घर खाली करना शुरू कर दिया। 24 घंटे के भीतर सई नदी का पानी 4 मीटर बढ़ गया है। जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। नदी के किनारे स्थित गांवों की ओर भी पानी बढ़ रहा है। इससे सई नदी के तट पर रहने वाले लोगों की धड़कनें तेज होने लगी हैं। जलनिकासी की समस्या के चलते गांवों में बरसात का पानी भरा है। लोग सुरक्षित स्थान पर सामान लेकर पहुंचने लगे हैं।जिले में तीन दिनों से हो रही बरसात ने लोगों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। हर ओर पानी ही पानी देखने को मिल रहा है। शहर से लेकर गांवों में लोग बरसात के पानी से त्राहि-त्राहि करने लगे हैं। जिले में सई नदी भी उफान पर है। 24 घंटे के भीतर सई नदी का जलस्तर 4 मीटर बढ़ा है। शुक्रवार की रात सई नदी का पानी बेल्हा देवी घाट के तटीय इलाके में बने 107 घरों तक पहुंच गया।सुबह लोग सोकर उठे तो दंग रह गए। कई लोगों के मकानों के भीतर पानी घुस गया था। यह देख अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। हर कोई सुरक्षित स्थान की ओर सामान समेटकर चल पड़ा। घरों में पानी घुसने की खबर मिलते ही नगर पालिका, पुलिस के साथ ही राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। लोगों को घरों से बाहर निकालने के लिए मशक्कत करती रही। सई नदी का पानी नई के तटीय इलाकों के गांवों की ओर बढ़ने लगा है। शहर के करीब पूरे ईश्वरनाथ, कादीपुर, दहिलामऊ, जिरियामऊ, शिवसत, नमकशायर, महुआर के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। जलभराव की दिक्कत के चलते ग्रामीण सड़कों को काटने में लगे रहे। फिलहाल यदि यही हाल रहा तो सई नदी का पानी आसपास की बस्तियों तक पहुंच जाएगा।